उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव पूर्व शिक्षा मंत्री विजय बहादुर पाल के निधन पर श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने एक समाजवादी पार्टी के अच्छे नेता को खो दिया। बहादुर पाल का निधन पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। अखिलेश ने कहा कि पूर्व शिक्षा मंत्री विजय बहादुर पाल जमीन से जुड़े हुए नेता थे। उन्होंने गांव के आवाज को विधानसभा में तकों के रखा। उन्होंने कहा कि पालजी ने अपने जीवन में कोई बदलाव नहीं किया। उन्होंने विधान सभा में पहुचने के बाद गरीब लोगों का साथ नहीं छोड़ा। विकास के लिए उन्होंने कई बार धरने पर बैठै। अखिलेश ने बहादुर पाल का निधन समाजवादी पार्टी की बहुत बड़ी क्षति हुई है।
वहीं उन्होंने प्रदेश में उपचुनाव को लेकर कहा कि मैनपुरी रामपुर उप चुनाव में कम मतदान प्रतिशत कम हुआ है। इतना ही समझ लीजिए कि लोकतंत्र पुलिस के सहारे चलाया जा रहा है। विपक्षी पार्टी को डराया धमकाया गया है। उन्होंने कहा कि आपने रामपुर में देखा मैनपुरी में समाजवादी कार्यकर्ता नेता इतने मजबूत थे। रामपुर में भी लड़े। जितनी पुलिस की जरूरत नहीं उससे ज्यादा पुलिस वहां पर लगाया गया। इसलिए जनता को सामने आना पड़ेगा। मुझे उम्मीद है रिजल्ट जो आएगा वह सपा के पक्ष में आएगा। जनता को इसी तरह खड़े रहकर लोकतंत्र को बचाना पड़ेगा। लोकतंत्र बचेगा तो संविधान सुरक्षित रहेगा।
उन्होंने कहा कि संविधान सुरक्षित रहेगा तो बाबा साहेब भीमराव जी, डॉ राम मनोहर लोहिया ने जो रास्ता दिखाया उस पर सभी लोग चलेगे। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में लोकतंत को बचाने के लिए जनता को खड़ा होना पड़ा। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के बयान पर उन्होंने कहा कि कहा सदन में आना जरूरी नही था। इस समय पर परिवार जरूरी था।