अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज (ambikapur medical college) एसएनसीयू वार्ड में 4 नवजात बच्चों की मौत (4 newborn dead in hospital) से कोहराम मच गया। इस घटना के बाद से अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली पर लगातर सवाल उठ रहे हैं। वहीं परिजनों ने आरोप लगाया है कि सभी बच्चों को वेंटीलेटर (ventilator) में रखा गया था लेकिन देर रात बिजली गुल (power cut in hospital) होने के कारण 4 नवजातों की मौत हो गई। नवजात बच्चों की मौत की सूचना मिलने पर अस्पताल प्रबंधन और कलेक्टर अस्पताल पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी हासिल ली। वहीं इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने अंबिकापुर पहुंचकर एसएनसीयू वार्ड का निरीक्षण किया।
बिजली जाने से नहीं हुई नवजातों की मौत: रमनेश मूर्ति, डीन
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (ambikapur medical college hospital) के एसएनसीयू वार्ड में कुल 48 नवजात बच्चे एडमिट हैं। जिनका उपचार डॉक्टरों की देखरेख में चल रहा है। परिजनों का आरोप है कि बीते रात 2:00 से 4:00 के बीच बिजली गुल होने के कारण 4 नवजात बच्चों की मौत हो गई है। परिजनों ने हॉस्पिटल प्रबंधन के ऊपर इलाज के दौरान लापरवाही के आरोप लगाए हैं। वहीं दूसरी ओर मेडिकल कॉलेज के डीन रमनेश मूर्ति ने कहा कि बिजली जाने से नवजातों की मौत नहीं हुई है। उन्होंने अपने बचाव में कहा कि बच्चों की स्थिति बहुत नाजुक थी। SNCU Ward में 48 बच्चे एडमिट हैं। जिनमें से 6 नवजात बच्चों की स्थिति गंभीर है और उन्हीं में से 4 नवजात बच्चों की मौत हुई है और अभी भी 2 बच्चों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।