कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोमवार को कहा कि पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ किसी व्यक्ति विशेष की यात्रा नहीं, बल्कि यह सामूहिक प्रयास है। उन्होंने कहा कि यह ‘चुनाव जिताओ’ यात्रा नहीं है लेकिन इसका फायदा संगठन को मिल रहा है। यात्रा के साथ राजस्थान पहुंचे रमेश ने बाली बोरड़ा में संवाददाताओं से कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ किसी एक व्यक्ति की यात्रा नहीं है, यह एक सामूहिक प्रयास है… संगठन को मजबूत करने के लिए, भारतीय राजनीति को एक नई दिशा देने के लिए व हमारे देश के समक्ष आई चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सवाल उठाया जा रहा है कि भारत टूट नहीं रहा है तो कांग्रेस पार्टी क्यों भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है … तीन मुद्दे हैं, तीन चुनौतियां हैं… प्रधानमंत्री की नीयत और प्रधानमंत्री की नीतियों के कारण भारत के टूटने की संभावना बढ़ गई है। आर्थिक विषमताएं बढ़ गई हैं। महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी (सकल घरेलू उत्पाद), … विषमताएं बढ़ रही हैं। इससे हम कमजोर हो रहे हैं और भारत के टूटने की संभावना बढ़ी है .. खतरा है।
रमेश ने कहा कि दूसरी चुनौती सामाजिक ध्रुवीकरण है। सामाजिक ध्रुवीकरण को जानबूझकर चुनावी फायदे के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। धर्म के नाम पर, भाषा के नाम पर, जाति के नाम पर और प्रांत के नाम पर विभाजनकारी विचारधारा को प्रोत्साहित किया गया है। इससे भी भारत को खतरा है।
उन्होंने कहा कि तीसरी बात यह है कि राजनीतिक तानाशाही हकीकत बन गई है। और इस राजनीतिक तानाशाही का नतीजा है-‘एक राष्ट्र, एक व्यक्ति’। एक ही व्यक्ति को सारे राजनीतिक अधिकार दिए जा रहे हैं और संविधान को नजरअंदाज किया जा रहा है और संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। इन तीन खतरों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए यह यात्रा शुरू की गई है