बिहार के चोर इतने शातिर हैं कि कभी लोहे का पुल चुरा लेते हैं तो कभी रेल इंजन….इस बार तो चोरों ने मोबाइल टावर ही चुरा लिया। चोरों ने इस घटना को इस कदर अंजाम दिया कि किसी को शक भी नहीं हुआ। दरअसल, टावर घर की छत पर लगा था और चोरों ने खुद को मोबाइल टावर कंपनी का कर्मी बताकर उसे खोला और निकल गए। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब कंपनी के स्टाफ द्वारा गर्दनीबाग थाने में केस दर्ज कराया गया।
टावर खोलने में लगा तीन दिन का समय
जानकारी के अनुसार, मामला गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के लालपुर राजपूताना का है। बताया जाता है कि स्व.बद्रीनारायण सिंह की पत्नी मनमती देवी के घर पर मोबाइल टावर लगा था। कुछ दिन पहले करीब 25 लोग आए और अपने आप को कंपनी के कर्मी बताकर पूरे टावर को खोल लिया और उसे पिकअप वैन पर ले गए। टावर खोलने में इन सब को तीन दिन का समय लगा। वहीं हाल ही में कंपनी के अधिकारी अपने टावरों का निरीक्षण करने पहुंचे तो पाया कि टावर है ही नहीं। इस बाबत जमीन मालिक से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कुछ लोग आए और अपने आप को कंपनी का आदमी बता कर टावर खोलकर चले गए।
20 लाख बताई जा रही टावर की कीमत
इसके बाद कंपनी ने इस संबंध में अज्ञात के खिलाफ में गर्दनीबाग थाने में मामला दर्ज कराया। मोबाइल टावर की कीमत करीब 20 लाख बताई जा रही है। गर्दनीबाग पुलिस ने बताया कि मामले की जांच चल रही है।