वायु प्रदूषण के स्तर में कमी होने से दिल्ली-एनसीआर में निर्माण कार्यों पर रोक हटा ली गई है। केंद्रीय वायु गुणवत्ता आयोग (सीएक्यूएम) की चरणबद्ध कार्रवाई कार्य योजना (ग्रैप) समिति ने सोमवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया।
बैठक में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के तीसरे चरण की पाबंदियां वापस लेने का फैसला लिया गया। ग्रैप का तीसरा चरण 29 अक्टूबर को लागू हुआ था। इसमें जरूरी परियोजनाओं को छोड़कर बाकी निर्माण और ध्वस्तीकरण पर रोक लगा दी गई थी। ग्रैप का पहला और दूसरा चरण लागू रहेगा। इसके अंतर्गत खासतौर पर सड़कों की वैक्यूम क्लीनिंग, पानी का छिड़काव, निर्माण-ध्वस्तीकरण स्थलों पर एंटी स्मोग गन की तैनाती, धूल रोधी दिशा-निर्देशों का पालन, होटल-रेस्तरां में स्वच्छ ईंधन का इस्तेमाल जैसे तमाम उपाय शामिल हैं।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग उम्मीद जताई है कि दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई में सुधार के बने रहने की संभावना, हालांकि 18 नवंबर को स्थिति की समीक्षा की जाएगी।
सीक्यूएम के अनुसार सोमवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 294 दर्ज किया गया, जो जीआरएपी का तीसरा चरण लागू करने के मानकों से करीब 100 अंक नीचे है।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई
राजधानी दिल्ली में सोमवार को वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार देखा गया और एक्यूआई ‘खराब’ श्रेणी में रहा, जबकि अधिकतम तापमान इस मौसम के औसत तापमान से तीन डिग्री अधिक 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में पिछले 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 294 दर्ज किया गया, जो शनिवार की तरह रविवार को भी 303 रहा था।
उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
दिन में बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने बताया कि राजधानी में सोमवार को न्यूनतम तापमान 14.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम के औसत से एक डिग्री अधिक है। मौसम विज्ञानियों ने मंगलवार को सुबह आसमान साफ रहने और दिन में हल्की बारिश की संभावना जताई है। उन्होंने मंगलवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 30 डिग्री सेल्सियस और 14 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान जताया है।