समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आयुष घोटाले को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा है कि आयुर्वेद कॉलेजों में प्रवेश संबंधी बड़ी हेराफेरी बिना ऊपरी संरक्षण के सम्भव नहीं है। जांच करने वाले अभी छोटे कर्मचारियों को ही निशाने पर ले रहे है। विभाग के बड़े लोग छुट्टा घूम रहे हैं।
आयुष घोटाला तो महज एक गिनती है। पर्दा उठने पर न जाने कितने घोटाले सामने आएंगे। भाजपा सरकार के झूठ के कारोबार से पर्दा उठने लगा है। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि प्रदेश में सरकारी और निजी कॉलेजों में आयुष की सीटों पर प्रवेश को लेकर एक बड़ा गोरखधंधा चलता रहा और भाजपा सरकार अनजान बनी रही।
नीट में शामिल हुए बगैर सैकड़ों छात्रों के दाखिले आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी कॉलेजों में कर दिए गए। पूरे प्रदेश में 891 दाखिलों में फर्जीवाड़े के सुराग मिले। अब सरकार अपने बचाव में निलम्बन, जांच और बर्खास्तगी तक के बहाने बनाकर जनता को गुमराह करने में लगी है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि इतने बड़े आयुष घोटाले के बावजूद आयुर्वेद निदेशालय के अधिकारी जांच से लुकाछिपी का खेल खेल रहे हैं। कई जिलों तक यह खेल फैला है। भाजपा नेतृत्व की ही शह पर प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों में लाखों का वारान्यारा होने की खबरें भी सुर्खियों में आ रही हैं। घपलों के सरदारों को लगातार संरक्षण मिलता रहा। एक के बाद दूसरी जगहों पर भी हेराफेरी का खेल चलता रहा। इसकी जांच भी कछुआ चाल से चल रही है।