दिल्ली में प्रदूषण के चलते लगाई गई पाबंदियां अभी लागू रहेंगी। केंद्रीय वायु गुणवत्ता आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए पाबंदियों को अभी न हटाने का फैसला लिया है। दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा गठित ग्रैप समिति ने तीसरे चरण की पाबंदियां लागू कर दी थीं। पिछले दो दिनों में वायु गुणवत्ता 300 से नीचे के स्तर पर यानी खराब श्रेणी में आ गया था।
प्रदूषण की स्थिति में सुधार को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा था कि ग्रैप की पाबंदियों में कुछ छूट दी जा सकती है। शुक्रवार शाम को ग्रैप समिति की इस संबंध में बैठक आयोजित की गई। इस दौरान प्रदूषण की स्थिति की समीक्षा की गई। इसमें कहा गया कि पिछले दो दिनों में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई है, जबकि उत्तर पश्चिमी हवा अपने साथ पराली का धुआं भी ला रही है। ऐसी स्थिति में फिलहाल प्रतिबंधों को वापस लिया जाना ठीक नहीं होगा। इसके चलते समिति ने फिलहाल पाबंदियों को जारी रखने का फैसला लिया है।
पांच हजार वाहनों का चालान किया
राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए नियम तोड़ने वालों पर सख्ती जारी है। बीएस तीन मानकों वाले पेट्रोल व बीएस चार मानकों वाले डीजल वाहनों पर यातायात पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। शुक्रवार को इस तरह के पांच हजार से ज्यादा वाहनों के चालान किए गए। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को देखते हुए 13 नवंबर तक इन वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया है। यातायात पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को कुल पांच हजार 882 वाहनों का चालान किया गया। इन प्रतिबंधों से आपातकालीन सेवाओं में लगे वाहनों को छूट दी गई है।