इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में शनिवार शाम को नाबालिग भाई-बहन के साथ घर पर मौजूद छह वर्षीय बच्ची के साथ किरायेदार द्वारा डिजिटल दुष्कर्म का मामला सामने आया है। मां की रात्रि ड्यूटी पर होने के कारण आरोपी बच्ची को बहला-फुसलाकर कर छत पर ले गया जहां उसने घटना को अंजाम दिया। इस घटना के बाद आरोपी फरार हो गया। परिजनों द्वारा इंदिरापुरम थाने में तहरीर दी गई है। पुलिस ने बताया कि बच्ची को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया है।
पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी है। एसपी ट्रांस हिंडन ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि थाना इंदिरापुरम क्षेत्र के कस्बे कनावनी में छह वर्षीय मासूम पीड़िता अपनी मां, 13 वर्षीय बहन और आठ वर्षीय भाई के साथ किराए के मकान में रहती है। बच्ची के पिता का देहांत हो चुका है। मां परिवार का पालन-पोषण करने के एक निजी अस्पताल में नर्स की नौकरी करती हैं।
शनिवार को बच्ची की मां रात्रि की शिफ्ट में नौकरी करने अस्पताल गई थी। इस दौरान पड़ोस में रहने वाला 28 वर्षीय किरायेदार अजय बच्ची को बहला फुसलाकर कर मकान की छत पर ले गया। जहां उसने मासूम के साथ डिजिटल दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद मासूम को आरोपी द्वारा डरा धमकाकर इस घटना का किसी के सामने जिक्र नहीं करने के लिए भी कहा गया। बच्ची ने जानकारी घर पर मौजूद अपनी बहन और भाई को दी।
पीड़िता मासूम की मां जब सुबह अस्पताल से वापस आई तो बच्चों ने सारी जानकारी मां को दी। इसके बाद मां द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने बच्ची को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेज दिया। आरोपी की तलाश में पुलिस ने पाया कि आरोपी फरार हो चुका है। एसपी ट्रांस हिंडन ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी पर दुष्कर्म और पॉस्को के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है और पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
क्या होता है डिजिटल रेप
डिजिटल रेप का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि यौन उत्पीड़न इंटरनेट के माध्यम से किया गया हो। डिजिटल रेप शब्द दो शब्दों डिजिट और रेप को जोड़कर बना है। अंग्रेजी शब्दकोश में डिजिट उंगली, अंगूठा, पैर की उंगली को भी कहा जाता है। अगर कोई शख्स महिला की बिना सहमति के अपनी अंगुलियों या अंगूठे से छेड़ता है तो यह डिजिटल रेप कहलाता है। विदेश की तरह भारत में इसके लिए कानून बना है।