पाकिस्तान में इस्लामाबाद पुलिस ने शनिवार को एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए होटलों और अतिथि गृहों को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की अगुवाई वाली रैली में हिस्सा लेने वाले उनके समर्थकों को ठहरने की सुविधा उपलब्ध कराने से रोक दिया। इमरान पाकिस्तान सरकार पर जल्द आम चुनाव कराने की तारीख घोषित करने का दबाव बनाने के मकसद से यह रैली निकाल रहे हैं।
पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (PEMRA) ने 28 अक्टूबर को एक अधिसूचना जरी कर कहा था कि उसने भी टेलीविजन चैनलों को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेताओं के भाषणों और रैलियों का सीधा प्रसारण न करने का निर्देश दिया है।
प्राधिकरण ने कहा था कि एक भाषण के दौरान यह देखा गया कि आचार संहिता और अदालत के आदेशों का उल्लंघन करते हुए ‘सरकारी प्रतिष्ठानों के खिलाफ बयानों का सीधा प्रसारण किया गया।’ पीईएमआरए ने इस आदेश का अनुपालन न करने पर कानूनी कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी।
लाहौर के कई इलाकों में भी ताकत का प्रदर्शन
पीटीआई का ‘हकीकी आजादी मार्च’ शुक्रवार दोपहर को लाहौर में लिबर्टी चौक इलाके से शुरू हुआ। पार्टी ने लाहौर के कई इलाकों में भी ताकत का प्रदर्शन किया। यह मार्च गत रात दाता दरबार में रुका और शनिवार को फिर से शुरू होगा। इमरान ने कहा है कि कोई भी पीटीआई के इस लंबे मार्च को नहीं रोक सकता और उनके इस्लामाबाद पहुंचने तक पार्टी समर्थक अगले आदेश का इंतजार करें।
पीटीआई प्रमुख ने शनिवार को एक टीवी चैनल द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो में एक पत्रकार से कहा, ‘जब हम इस्लामाबाद पहुंचेंगे तो क्या होगा, यह जानने के लिए आपको इंतजार करना होगा।’ इस्लामाबाद पुलिस ने होटलों और अतिथि गृहों को इस मार्च में भाग ले रहे लोगों को ठहरने की सुविधा देने से रोक दिया है।