बिहार में ठग लोगों को गुमराह करके चपत लगाने की नयी जुगत अपना रहे हैं। कभी साइबर तरीके से तो कभी लालच देकर ठग लोगों को लूट रहे हैं। गुरुवार को जीआरपी ने पटना जंक्शन पर एक यात्री को चार लाख रुपये की गड्डी दिखा 20 हजार रुपये की ठगी करने वाले शातिर आफताब और मिराज को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों शातिर उत्तरी दिल्ली के नरेला इंडस्ट्रियल एरिया के रहने वाले हैं। पुलिस यह छानबीन कर रही है कि आरोपित अब तक किस-किस से और कितने की ठगी कर चुके हैं। ठगों के खिलाफ जीआरपी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने बताया कि समस्तीपुर के मुसरी घरारी गांव निवासी सुजीत कुमार गुरुवार को ट्रेन पकड़ने के लिए पटना जंक्शन गए थे। वह प्लेटफॉर्म संख्या तीन पर अपनी ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहे थे। इसी दौरान ठग आफताब और मिराज वहां पहुंचे। उन्होंने सुजीत कुमार से दोस्ती गांठी। बाद में ठगों ने पीड़ित से कहा कि वे अपने मालिक का चार लाख रुपये चुराकर भागे हैं। उनके पास नोट की गड्डी छुपाने के लिए बैग नहीं है। पकड़े जाने का डर है। सुजीत कुमार को अपने प्रभाव में आता देख ठगों ने उनसे कहा कि 20 हजार रुपये देकर वह चार लाख की गड्डी ले लें। शातिरों के झांसे में आकर यात्री ने 20 हजार रुपये देकर ठगों से नोट की गड्डी ले ली। उधर रुपये मिलते ही आरोपित फरार होने लगे। पीड़ित ने नोट की नकली गड्डी देखकर शोर मचाना शुरू कर दिया। इसके बाद प्लेटफॉर्म पर तैनात जीआरपी के जवानों ने पीछा कर दोनों ठगों को दबोच लिया।
पुलिस ने बताया कि शातिरों ने यात्रियों को ठगने के लिए रुपये की जो गड्डी बनायी थी, उसमें दोनों तरफ पांच-पांच सौ रुपये के नोट थे। बीच में सफेद कागज डाल उसे रबर से बांध दिया गया था। गड्डी को इस प्रकार से पैक किया गया था उसे घुमाने पर भी नकली होने का पता नहीं चले। पीड़ित यात्री ने शक होने पर जब गड्डी को खोला तो बीच में नोट के आकार के सफेद कागज के टुकड़े मिले।
मामले की पुष्टि करते हुए जीआरपी प्रभारी ने बताया कि अब स्टेशन पर ठगों के खिलाफ सख्त करवाई की जा रही है। लोगों को भी सतर्क किया जा रहा है और जीआरपी की तैनाती भी बढ़ाई गयी है। फ्रॉड करने वाले अब नए नए तरीकों से लोगों को गुमराह कर उनकी चपत लगा रहे हैं।