भाजपा एक तरफ निकाय चुनावों की तैयारी में जुटी है तो दूसरी तरफ मुलायम सिंह यादव के निधन से रिक्त हुई मैनपुरी पर भी नजरें हैं। भाजपा इस सीट पर पूरी मजबूती से लड़ेगी। मैनपुरी में अखिलेश यादव को वॉकओवर नहीं दिया जाएगा। गुरुवार को देवरिया पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने साफ किया कि मैनपुरी में होने वाले उपचुनाव को लेकर पार्टी गम्भीर है। पार्टी विशेष रणनीति बनाकर पूरी तैयारी के साथ यह उपचुनाव लड़ेगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी निकाय चुनाव को पूरी गम्भीरता से लड़ेगी। इसके लिए संगठन के स्तर पर भी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। पिछले चुनाव में पार्टी ने निकाय चुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया था व दल को केवल दो ही नगर निगमों में हार का सामना करना पड़ा था।
इस बार एक नगर निगम नया बना है। प्रदेश में करीब 200 नगरपालिकाएं हैं। पार्टी पहले से बेहतर प्रदर्शन और सभी निकाय जीतने की रणनीति पर काम कर रही है। पार्टी अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी और नगरीय क्षेत्रों में किए गए कार्यों के आधार पर सफलता प्राप्त करेगी। इसके साथ ही पार्टी पांच विधानपरिषद सीटों पर भी चुनाव की चुनाव कर रही है।
सामूहिक निर्णय के आधार पर तय करेंगे प्रत्याशी
प्रदेश अध्यक्ष ने दावेदारों की लंबी कतार पर कहा कि पार्टी राजनीतिक व सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखकर प्रत्याशी तय करेगी। इसके तहत सभी कार्यकर्ताओं व पार्टी नेताओं से विचार के सामूहिक निर्णय के आधार पर दल के कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाएगी।
परिवारवाद को लेकर सपा-कांग्रेस पर निशाना
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने परिवारवाद को लेकर कांग्रेस व सपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये दोनों ही दल परिवारवाद से कभी बाहर नहीं निकल सकते हैं। कांग्रेस में चुनाव के नाम पर खड़गे का मनोनयन हुआ है, लेकिन पार्टी परिवारवाद की छाया में ही रहेगी। किसान मेले में शिरकत करने देवरिया पहुंचे भूपेन्द्र सिंह गुरुवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अभी पिछले दिनों सपा में अखिलेश यादव अध्यक्ष घोषित किए गए। पार्टी चुनाव का दावा भी कर रही है, लेकिन 1992 से 2022 तक समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव से लेकर अखिलेश यादव की छाया में ही पहुंच सकी है।
ओपी राजभर भाजपा के लिए अछूत नहीं
उन्होंने ओमप्रकाश राजभर से सम्बंधित एक सवाल पर कहा कि सार्वजनिक जीवन व राजनीति में सम्भावनाएं कभी समाप्त नहीं होती हैं। भाजपा के लिए कोई अछूत नहीं है, लेकिन पार्टी किसके साथ गठबंधन करेगी व किसके साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी, यह पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा।
नीतीश कुमार के भाजपा के सम्पर्क में होने को लेकर प्रशांत किशोर के दावे पर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की पलटूराम की जो छवि है, उसके अनुसार वह कुछ भी कर सकते हैं। वह क्या सोच रहे हैं, वही जानते हैं पर उनके पार्टी के सम्पर्क में होने की उन्हें कोई जानकारी नहीं है।