बिजनौर के धामपुर में मंगलवार को कोऑपरेटिव बैंक के शाखा प्रबंधक के घर में घुसे चार युवकों ने खुद को सीबीआई अफसर बताते हुए उनकी संपत्ति की जांच की बात कही। लेकिन चारों अपने ही खेल में फंस गए।दो युवक भाग खड़े हुए जबकि प्रबंधक और मोहल्लेवालों ने दो युवकों को पकड़ लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
स्योहारा स्थित कॉपरेटिव बैंक के मैनेजर नीरज कुमार आरएसएम डिग्री कॉलेज के निकट न्यू धामपुर सिटी कॉलोनी में रहते हैं। मंगलवार सुबह चार युवक सीबीआई टीम के सदस्य बनकर नीरज कुमार के घर पहुंचे। उन्होंने बैंक मैनेजर नीरज शर्मा से उनके बैंक, इनकम और संपत्ति के कागजात मांगे। बैंक मैनेजर ने सीबीआई टीम पर शक करते हुए दस्तावेज दिखाने से इनकार कर दिया। इस पर चारों युवकों ने बैंक मैनेजर को पुलिस बुलाने की धमकी दी। वहीं जब बैंक मैनेजर ने खुद पुलिस बुलाने की बात कही, तो आरोपी युवक बौखला गए और भागने का प्रयास करने लगे।
बैंक मैनेजर ने शोर शराबा कर कॉलोनीवासियों को एकत्र कर लिया और उनकी मदद से दो आरोपियों को पकड़ लिया, जबकि दो युवक फरार हो गए। लोगों ने आरोपी युवकों की जमकर पिटाई की और पुलिस के हवाले कर दिया।
कोतवाल माधो सिंह बिष्ट ने बताया कि पकड़े गए युवकों ने अपना नाम हर्ष पुत्र लीलापत निवासी काजीवाड़ा चौकी, अंबाला सिटी, हरियाणा, तुषार पुत्र लीलापत, नई बस्ती बिजनौर बताया। दोनों भाई हैं जबकि भागने वालों में अनुज और आकाश के नाम सामने आए हैं। सभी के खिलाफ धोखाधड़ी, षड़्यंत्र रचने सहित कईं अन्य संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
एएसपी पूर्वी बिजनौर धर्म सिंह के अनुसार बैंक मैनेजर के घर घुसे दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है।
कुछ दस्तावेज हुए बरामद
कोतवाल माधो सिंह बिष्ट ने बताया कि आरोपियों के पास से एक पत्रावली, जिसके कवर पर फाइल नंबर 01050 कार्यालय सीबीआई नीरज शर्मा न्यू धामपुर सिटी करप्टेड फ्रॉम टैक्सेस टू गवरमेंट अंकित है। पत्रावली के भीतर दूसरा प्रपत्र जिस पर अंग्रेजी में सीबीआई का लोगो लगा है। साथ ही कोर्ट ऑफ इलाहाबाद वारंट ऑफ अरेस्ट आदि लिखा है।
आरोपियों का धामपुर कनेक्शन
खुद को सीबीआई अधिकारी बताने वाले आरोपी शाखा प्रबंधक नीरज शर्मा के घर में ही क्यों घुसे? यह सवाल भी अपने आप में मायने रखता है। पूछताछ में धामपुर के पड़ोस के गांव जीत्तनपुर निवासी एक व्यक्ति का नाम सामने आ रहा है। कोतवाल के अनुसार ये व्यक्ति आरोपियों में से एक युवक का रिश्तेदार है। उसने ही बैंके मैनेजर नीरज शर्मा की सभी निजि जानकारी उनसे साझा की थी और यहां से मोटा माल मिलने का लालच दिया था।