शी जिनपिंग लगातार तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं। बीजिंग की सड़कों पर भी इसकी तैयारी देखने को मिल रही है। किसी भी तरह के विरोध की आवाज को दबाने के लिए चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती की गई है। इसके अलावा 15 लाख से अधिक लोगों को गिरफ्तार या फिर नजरबंद किया गया है।
अधिकारियों ने ऐसे किसी भी व्यक्ति को भी शहर में प्रवेश करने से रोक दिया है, जिसने एक कोरोना वायरस से संक्रमित इलाकों की यात्रा की है। साथ ही लोगों के पहचान पत्र की भी गहन जांच की जा रही है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में चीनी अधिकारी के हवाले से कहा कि बीजिंग की सड़कों पर तब तक यह पाबंदी जारी रहेगी, जब तक कि ताजपोशी का कार्यक्रम खत्म नहीं हो जाता है।
आपको बता दें कि चीन में हर पांच साल में राष्ट्रीय कांग्रेस की बैठक बुलाई जाती है। इस सम्मेलन में देश के अगले नेताओं का अभिषेक किया जाता है। अपने 10 वर्षों के शासन के दौरान शी जिनपिंग ने माओत्से तुंग के बाद चीन की सत्ता पर पकड़ मजबूत करने वाले दूसरे राजनेता बनकर उभरे हैं। उन्होंने बड़े पैमाने पर स्वतंत्र नागरिक समाज का सफाया कर दिया है। मानवाधिकार वकीलों को कैद कर लिया है।
बीजिंग में सशस्त्र अधिकारी ग्रेट हॉल के चारों ओर सड़कों पर गश्त करते हैं। अगले रविवार को यहीं से जिनपिंग देश को संबोधित करेंगे। इन दिनों बीजिंग की सड़कों पर साइकिल सवारों को भी रोका जाता है और उनकी गहन जांच की जाती है।
सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने पिछले महीने घोषणा की थी कि अधिकारियों ने जून के अंत तक देश भर में 15 लाख से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। इससे ताजपोशी के कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने में मदद मिली है।