रविवार की रात करीब 3 बजे दिल्ली कोलकाता दुरंतो एक्सप्रेस (12274) में हुई डकैती के मामले की छानबीन की जा रही है। रेलवे के सीनियर अधिकारी डकैती के हर पहलू की जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन से ट्रेन को बिना आरपीएफ एस्कॉर्ट्स के ही रवाना किया गया था। रेलवे की इस चूक के चलते डकैतों ने लूटपाट की घटना को अंजाम दिया।
जीआरपी ने सोमवार को वायुसेना के एक कर्मचारी बिभास कुमार झा के बयान के आधार पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ बख्तियारपुर जीआरपी में प्राथमिकी दर्ज करायी। परिवार के सदस्यों के साथ एसी -3 डिब्बे में ट्रेन में यात्रा करने वाले विभास झा ने मीडिया को बताया कि जब ट्रेन पटना जंक्शन से लगभग 1.30 बजे रवाना हुई, तो कुछ बदमाश ट्रेन में चढ़ गए और यात्रियों से लूटपाट शुरू कर दी।
गिरोह में शामिल 8 से 10 लोगों ने यात्रियों से नकदी, आभूषण और मोबाइल फोन लूट लिए। उन्होंने ट्रेन को रोकने के लिए एक चैन खींची और बख्तियारपुर जंक्शन के आगे अंधेरे की आड़ में भाग गए। यात्री विभास झा ने कहा कि डकैतों ने उनकी पत्नी से एक बैग भी छीन लिया जिसमें स्मार्ट फोन, स्मार्ट घड़ी, तीन सोने की अंगूठियां, सोने की चेन थी। बैग में 20 हजार रुपए कैश भी थे।
ट्रेन जब जसीडीह जंक्शन पहुंची तो गुस्साए यात्रियों ने उतरकर धरना दिया। यात्रियों ने दावा किया कि दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से यात्रा शुरू करने पर कोई सुरक्षाकर्मी ट्रेन में नहीं था। पुलिस द्वारा यात्रियों के बयान दर्ज करने के बाद ट्रेन आगे की यात्रा के लिए रवाना हुई।
पटना के रेलवे पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि लूट की जांच की जा रही है और मामले को सुलझाने के लिए डीएसपी रैंक के तीन अधिकारी की देखरेख में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। जसीडीह जीआरपी ने डकैती के मामले को संदर्भित किया था। बाढ़, मोकामा, फतुहा और इसके आसपास के इलाकों में छापेमारी की जा रही है।