गाजियाबाद के मसूरी थानाक्षेत्र के गांव इकला में रास्ते से हटने के लिए कहने पर मंगलवार को दो पक्षों में संघर्ष हो गया। देखते ही देखते ही दोनों पक्षों में लाठी-डंडे चले और जमकर पथराव हुआ। एक पक्ष ने कई राउंड फायरिंग की तो भगदड़ मच गई। संघर्ष में महिला समेत पांच लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। दो समुदायों से जुड़ा मामला होने के कारण गांव में तनाव फैल गया, जिसके चलते एहतियात के तौर पर फोर्स तैनात कर दी गई है।
पुलिस का कहना है कि शिकायत मिलने पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। गांव इकला निवासी मोइन अपने साथी के साथ रास्ते पर खड़ा था। इसी दौरान गांव का ही मोहित बजरंगी वहां से गुजरा। कीचड़ होने के कारण उसने मोइन को रास्ते से हटने के लिए कहा। मोइन पक्ष का आरोप है कि मोहित ने गाली देते हुए रास्ते से हटने को कहा था।
इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। एकाएक मोहित ने मोइन और उसके साथी को थप्पड़ जड़ दिए, जिससे माहौल गरमा गया। आसपास के लोग इकट्ठा हो गए तो मोहित मौके से चला गया। आरोप है कि कुछ देर बाद ही मोहित अपने साथ करीब 10-12 लोगों को लेकर पहुंचा और मोइन पक्ष पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया।
हमले में पांच लोग घायल
देखते ही देखते संघर्ष ने भीषण रूप ले लिया और दोनों पक्षों की तरफ से पथराव शुरू हो गया। आरोप है कि मोहित पक्ष की तरफ से कई राउंड हवाई फायरिंग की गई, जिसको लेकर भगदड़ मच गई। लोग बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे। ग्रामीणों के मुताबिक हमले में मोइन, नौशाद, हनीफ, हज्जन जाफरी और सलमा घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो संप्रदाय से जुड़ा मामला होने के कारण पुलिस में हड़कंप मच गया।
पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपी भाग निकले
मोइन पक्ष का कहना है कि पुलिस बुलाने के लिए डायल-112 नंबर कई बार मिलाया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। जैसे-तैसे मसूरी पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी फरार हो चुके थे। मसूरी एसएचओ रविंद्र चंद्र पंत का कहना है कि रास्ते से हटने के लिए कहने को लेकर विवाद शुरू हुआ था। घटना के संबंध में शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जाएगी।