भागलगपुर जिले के शाहकुंड बाजार के पश्चिम मोहल्ला में कुएं में गिरे बकरी के बच्चे को निकालने के फेर में घुसे दो लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। इलाज के लिए शाहकुंड अस्पताल पहुंचे ग्रामीणों का ऑक्सीजन ठीक से नहीं लगाने को लेकर गुस्सा इतना बढ़ गया कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जयप्रकाश सिंह के साथ भी धक्का-मुक्की करने लगे। अंत में स्थिति ऐसी हो गई कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को कमरे में छिपना पड़ा। दोनों लोगों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस द्वारा शव को एंबुलेंस से थाना ले जाया गया और लोगों की भीड़ वहां नहीं पहुंचे इस कारण थाने के मुख्य गेट को भी बंद कर दिया गया। घटना मंगलवार सुबह साढ़े नौ बजे की बताई जा रही है।
पश्चिम मोहल्ले के इलेक्ट्रॉनिक दुकानदार अली हसन के आंगन में स्थित 30 साल पुराने संकरे एवं सूखे कुएं में बकरी का बच्चा गिर गया। जबकि इस कुएं को सीमेंट के प्लेट से ढंक दिया गया था लेकिन वह प्लेट थोड़ा टूटा हुआ था। इसी छेद से बकरी का बच्चा गिर गया। उसे निकालने के लिए पड़ोसी मो. सर्फराज उर्फ सोनू (35) घुसा और वह फिर निकला नहीं। उसे निकालने के लिए दूसरा पड़ोसी मो. सद्दाम भी उस कुएं में घुसा और वह भी उसी में रह गया।
इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि तीसरा युवक भी रस्सी के सहारे घुस रहा था, लेकिन उसके द्वारा इशारा करने पर बाहर निकाल लिया गया। इसकी सूचना लोगों द्वारा बीडीओ और थानाध्यक्ष को दी गई। बीडीओ अभिनव भारती की सूचना पर अस्पताल से दो एंबुलेंस भेजा गया। लोगों द्वारा छड़ के जरिए दोनों को किसी तरह बाहर निकाला गया। अस्पताल पहुंचने पर दोनों को बारी-बारी से तीन चिकित्सकों ने जांच कर मृत घोषित कर दिया।
इसी क्रम में कुछ लोगों द्वारा ऑक्सीजन ठीक से नहीं लगाने और फिर से जांच करने के लिए कुछ लोग चैंबर में घुसकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जयप्रकाश सिंह को एंबुलेंस के पास खींचते ले गए और धक्का-मुक्की करने लगे। यह देखकर थानाध्यक्ष पंकज झा और दूसरे पुलिस पदाधिकारी श्याम सुंदर सिंह ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जयप्रकाश सिंह को सुरक्षित कमरे में छिपा दिया और शव को एंबुलेंस से थाना भेज दिया। तब जाकर माहौल शांत हुआ। इस संबंध में थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना को लेकर सद्दाम की पत्नी नूर जहां के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।