अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि कैलिफोर्निया में 14 हिंदू महिलाओं पर जानलेवा हमला करके उनकी ज्वैलरी लूट के मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने इन घटनाओं को महज दो महीने के अंतराल में अंजाम दिया है। इन वारदातों में एक बात जो कॉमन है वो यह कि उसका शिकार सिर्फ साड़ी पहनने वाली महिलाएं थीं। अपराध को अंजाम देने के बाद वह महिलाओं के आभूषण लूट लेता था।
सांता क्लारा काउंटी जिला अटॉर्नी कार्यालय के अनुसार, 37 वर्षीय लाथन जॉनसन ने कथित तौर पर जून से अगले दो महीनों के भीतर वृद्ध हिंदू महिलाओं को निशाना बनाया और उनकी गर्दन से हार लूट लिए। पालो ऑल्टो निवासी जॉनसन भीड़-भाड़ वाले इलाकों में महिलाओं को शिकार बनाता था। इस लूटपाट में उसने महिलाओं के साथ मारपीट भी की।
इन महिलाओं का शिकार
एबीसी 7 न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, उसका शिकार विशेष रूप से 50 से 73 उम्र की महिलाएं होती थी। वह सिर्फ साड़ी पहनने वाली महिलाओं को शिकार बनाता था। जिला अटॉर्नी के कार्यालय ने कहा कि जब उन पर हमला किया गया तो लगभग सभी पीड़ितों ने साड़ी, बिंदी, या अन्य प्रकार की भारतीय पोशाक पहन रखी थी। जून में शुरू हुई अधिकांश घटनाएं सैन जोस, मिलपिटास, सनीवेल और सांता क्लारा में हुईं।
जानलेवा हमला
वह महिलाओं पर जानवेला हमला करने से भी गुरेज नहीं करता था। एक उदाहरण में, उसने कथित तौर पर एक महिला के पति के चेहरे पर घूंसा मारा फिर महिला के गले से हार लूटकर फरार हो गया। इस दौरान उसने महिला को धक्का मारकर गाड़ी से नीचे गिरा दिया। एक अन्य घटना में उसने महिला की कलाई तोड़ दी।
दोषी ठहराया गया तो 63 साल की सजा
जॉनसन को सांता क्लारा पुलिस विभाग और यूएस मार्शल पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अगर दोषी ठहराया जाता है, तो जॉनसन को अधिकतम 63 साल की जेल की सजा मिल सकती है। मामले में अगली सुनवाई 4 नवंबर को होगी। चोरी किए गए सभी हारों की कीमत लगभग 35,000 अमेरिकी डॉलर आंकी गई है।