दिल्ली पुलिस ने हाल ही में रोहिणी जिला न्यायालय को बताया है कि सागर धनखड़ हत्या मामले में फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। रिपोर्ट सप्लीमेंट्री चार्जशीट के रूप में दाखिल की जाएगी। यह रिपोर्ट एक साल से अधिक समय से लंबित थी। इस मामले में ओलंपियन सुशील कुमार और 17 अन्य लोग आरोपी हैं। कोर्ट ने एक अक्टूबर को आरोपों पर आदेश सुरक्षित रख लिया था।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश शिवाजी आनंद को जांच अधिकारी (आईओ) द्वारा सूचित किया गया था कि एफएसएल रिपोर्ट प्राप्त हो गई है और मंजूरी भी प्राप्त हो गई है, लेकिन उन्हें इसकी जांच करने और सप्लीमेंट्री चार्जशीट के रूप में इसे दाखिल करने के लिए कुछ समय चाहिए। इस पर कोर्ट ने आईओ को इसे जल्द से जल्द दाखिल करने का निर्देश दिया है।
यह मामला अक्टूबर 2021 से आरोपों पर बहस के स्तर पर लंबित था क्योंकि एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था। आर्म्स एक्ट के तहत मंजूरी भी दाखिल नहीं की गई थी। 8 सितंबर को जांच अधिकारी (आईओ) ने अदालत को सूचित किया था कि आर्म्स एक्ट के तहत एफएसएल रिपोर्ट और मंजूरी एक साल से अधिक समय से लंबित है।
अदालत ने यह भी कहा था कि चूंकि 17 आरोपी व्यक्ति हैं और आरोप पर बहस में काफी समय लग सकता है, यह सभी पक्षों के लिए फायदेमंद होगा यदि मंजूरी / एफएसएल रिपोर्ट जमा करने से पहले कम से कम आरोप पर तर्क सुना जाए।
आरोपी अजय कुमार के वकील ने बताया कि मामला अक्टूबर 2021 से आरोप पर बहस के स्तर पर लंबित है। एफएसएल दाखिल न करने और मामले में आरोप तय न करने से आरोपी व्यक्तियों पर गंभीर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है और वही आरोपी व्यक्तियों को उनके स्पीडी ट्रायल के अधिकार से वंचित कर रहा है।
हालांकि, अतिरिक्त लोक अभियोजक (एपीपी) द्वारा यह बताया गया था कि चूंकि एफएसएल रिपोर्ट अभी तक प्राप्त नहीं हुई है, इसलिए आरोपों पर बहस नहीं की जानी चाहिए।
यह मामला 4 मई 2021 की रात छत्रसाल स्टेडियम में संपत्ति विवाद को लेकर जूनियर नेशनल चैंपियन पहलवान सागर धनखड़ की कथित हत्या से जुड़ा है। सागर और उसके दोस्त को आरोपियों ने कथित तौर पर पीटा था, जिसके चलते बाद में अस्पताल में सागर ने दम तोड़ दिया था।