2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा कमर अभी से कस ली है। 80 सीटों पर जीत का विजय पताखा कैसे लहराएगी? पार्टी ने रणनीति बना ली। भाजपा इसकी शुरुआत बस्ती से कर चुकी है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मीटिंगों और दौरों से आए फीडबैक में भाजपा अब दलितों को साधने की कवायद शुरू की थी। भाजपा सबसे पहले 30 हजार अनुसूचित जाति बहुत बस्तियों में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं को पहुंचाने पर काम किया। कार्यकर्ताओं ने 30 हजार से ज्यादा बस्तियों में जाकर सरकार की खूबियां बताईं।
पार्टी सूत्रों का मानना है कि पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी इसी समाज का बड़ा लाभ पार्टी को मिला था। मंत्रियों के फीडबैक में भी दलित समाज भाजपा के साथ होना पाया गया है। इसी के चलते संगठन ने एक फिर जीत के लिए इसी समाज को साधने की योजना बनाई थी। संगठन के प्लान के तहत इसकी शुरुआत बस्ती से की गई।
बस्ती में पार्टी उन दलित बस्तियों तक सरकार की योजनाओं का पूरजोर बखान किया। यह अभियान 26 नवंबर तक चलेगा। भाजपा का यह पूरा कार्यक्रम 70 दिनों का है। पार्टी की योजना एक हजार गांवों को कवर करने की है। इस अभियान में केन्द्र और यूपी सरकार की ओर से शुरू की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसमें सबसे ज्यादा मुफ्त राशन अभियान शामिल है।