शिवसेना किसकी? इस सवाल पर छिड़ी सियासी और कानूनी जंग के बीच दशहरा आ गया। दशकों पुरानी रैली की परंपरा के चलते यह दिन पार्टी के लिए खास है, लेकिन दो गुट हो जाने के चलते समीकरण बदल गए हैं। मामला भले ही भारत निर्वाचन आयोग यानी ECI के पास लंबित हो, लेकिन मुंबई के दो मैदानों पर दो रैलियां अनौपचारिक रूप से यह फैसला कर देंगी कि ‘असली शिवसेना’ कौन सी है।
लाखों कार्यकर्ता जुटेंगे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले समूह की प्रवक्ता शीतल म्हात्रे लाखों सैनिकों के जुटने की बात कह रही हैं। उन्होंने कहना है कि MMRDA मैदान पर होने वाले रैली में 3.5 से 4 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। पार्टी समर्थकों के लिए भोजन और पार्किंग की भी खास व्यवस्था की गई है। ठाकरे गुट भी दावा कर रहा है कि कार्यकर्ताओं का सैलाब उमड़ेगा।
कहा जा रहा है कि शिवसेना के दोनों गुटों के समर्थकों के लिए 5 हजार से ज्यादा बसें, छोटे वाहन और कार, विशेष ट्रैन की व्यवस्था की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि शिंदे कैंप की तरप से कम से कम 3 हजार निजी बस तैयार की गई हैं। इसके अलावा 4000 टैक्सी समर्थकों को मैदान पर लाएंगे। वहीं, ठाकरे गुट ने शिवाजी पार्क तक लोगों को लाने के लिए 700 बसें बुक की हैं।
मैदान की जंग जीते उद्धव
1966 यानी शिवसेना के गठन का साल, तब से ही शिवाजी पार्क में दशहरा रैली का आयोजन हो रहा है, लेकिन इस बार उद्धव ठाकरे को इसके लिए भी कानूनी संघर्ष करना पड़ा। ‘असली शिवसेना’ होने का दावा कर रहे शिंदे कैंप ने भी शिवाजी पार्क में रैली के लिए आवेदन दिया था, लेकिन कोर्ट ने उद्धव के हक में फैसला सुनाया। वहीं, शिंदे गुट बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लैक्स में रैली निकालने वाला है।
रैली में क्या होगा खास
संभावनाएं जताई जा रही हैं कि दोनों नेता शस्त्र पूजा के बाद रात करीब 8 बजे भाषण दे सकते हैं। कहा जा रहा है कि उद्धव के बेटे और शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे पहली बार दशहरा कार्यक्रम में भाषण दे सकते हैं। वहीं, सीएम शिंदे भी पार्टी के नए झंडे का अनावरण और एक गाना जारी कर सकते हैं। इसके अलावा शिंदे की रैली में शस्त्र पूजा के लिए 50 फीट ऊंची तलवार भी रखी जाएगी।
पुलिस व्यवस्था अलर्ट
खबर है कि मुंबई में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए 3200 अधिकारी, 15 हजार 200 पुलिसकर्मी, SRPF के 1500 जवान, होमगार्ड के 1000 जवान, 20 क्विक रिस्पॉन्स टीम्स, 15 बॉम्ब डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड्स तैनात किए गए हैं। इनके अलावा बीकेसी में मुंबई पुलिस और ट्रैफिक के 2 हजार जवान 5-6 डीसीपी और 15 से 16 एसीपी तैनात रहेंगे।