जन सुराज पदयात्रा के दौरान पश्चिम चंपारण के जमुनिया गांव में प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने अब तक किसी से नाजायज पैसा नहीं लिया है और अब ले रहे हैं। भाजपा ने ललन सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि 2015 के चुनाव में जदयू ने प्रशांत किशोर को कितने करोड़ रूपये दिए थे। भाजपा के सवाल का खुद PK ने जवाब देते हुए कहा कि बिहार में बदलाव के लिए फीस ली, जिनके लिए अब तक काम किया है, ताकि टेंट लगाया जा सके। पदयात्रा करके लोगों तक पहुंचा जा सके। भाजपा के सवालों पर पलटवार करते हुए प्रशांत किशोर ने जनता से कहा कि उन्होंने अब तक मेहनत से, अपनी बुद्धि से 10 साल काम किया है, दलाली नहीं की है। इसलिए अब कई पार्टियों के लोग उनसे चिढ़ रहे हैं। उनके किसी के साथ मिले होने का आरोप लगा रहे हैं। सोमवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रशांत किशोर पर हमला बोलते हुए कहा था कि PK भाजपा के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। मंगलवार सुबह भाजपा के प्रवक्ता ने वीडियो जारी कर जदयू पर पलटवार करते हुए सवाल किया था कि 2015 के चुनाव में जदयू ने PK को कितने करोड़ रूपये दिए थे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि 2014 में चुनाव हारने के बाद नीतीश कुमार ने दिल्ली आकर मदद मांगी थी। 2015 में उनको जिताने में कंधा लगाया, अभी 10-15 दिन पहले नीतीश कुमार ने बुलाकर कहा है कि हमारे साथ काम कीजिए, हमने कहा कि ये अब नहीं हो सकता है। PK ने जनसुराज के संकल्प का हवाला देते हुए कहा कि एक बार जो लोगों को वादा कर दिया है कि 3500 किमी चलकर गांव-गांव में जाकर लोगों को जगाना है, वही करेंगे। एक बार जनबल खड़ा हो गया, फिर कोई भी टिकने वाला नहीं है लिखकर रख लीजिए।
जनसुराज पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने पलटवार करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए 2015 के चुनाव में नीतीश की मदद का भी जिक्र किया।