गाजियाबाद के नंदग्राम थानाक्षेत्र के सादिकनगर गांव में पत्नी और बेटी की हत्या के आरोपी ई-रिक्शा चालक संजय पाल ने पुलिस की पूछताछ में कई राज खोले हैं। उसने बताया कि आसपास के लोग ताने देने लगे थे। इसी बदनामी से तंग आकर उसने पत्नी और बेटी को मार डाला। आरोपी ने बताया कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।
इस घटनाक्रम में नई बात सामने आई है कि दोहरे हत्याकांड के दौरान संजय का नाबालिग बेटा भी घर में था। हालांकि, अभी उसकी भूमिका स्पष्ट नहीं हो सकी है। संजय पाल ई-रिक्शा चलाकर अपनी आजीविका चलाता है। उसके परिवार में 17 वर्षीय बेटे कुनाल के अलावा पत्नी रेखा और 15 वर्षीय बेटी ताशू थी।
एसएचओ रमेश सिंह सिद्धू ने बताया कि हत्यारोपी संजय पाल ने बताया कि वारदात के वक्त 17 वर्षीय बेटा कुणाल ग्राउंड फ्लोर के कमरे में सोया हुआ था। उसे घटनाक्रम की जानकारी नहीं है। शनिवार को वह दादा के पास चला गया था।
पत्नी का चेहरा चम्मच से गोदा
हत्या के बाद संजय ने पत्नी रेखा का चेहरा कांटेदार चम्मच से गोद दिया था। पुलिस ने फावड़े के अलावा चम्मच भी बरामद कर ली है। एसएचओ का कहना है कि रेखा के मायकेवालों ने उसके बेटे को भी नामजद कराया है, फिलहाल वह फरार है। गिरफ्तारी के बाद सच्चाई पता चलेगी।
बता दें कि, गाजियाबाद के सादिकनगर गांव में शुक्रवार तड़के एक घर में डबल मर्डर की खबर से सनसनी फैल गई थी। यहां रहने वाले एक ई-रिक्शा चालक ने कथित तौर पर फावड़े से काटकर पत्नी और नाबालिग बेटी की निर्मम हत्या कर दी थी। घटना के बाद आरोपी बाहर से घर की कुंडी लगाकर फरार हो गया था। हत्या के करीब सात घंटे बाद उसने अपने एक परिचित को घटना के बारे में बताया था, जिसने पुलिस को इसकी सूचना दी।
आरोपी को शक था कि उसकी पत्नी अनैतिक कार्य में लिप्त है, इसलिए उसने उसे मार डाला, जबकि विरोध करने पर बेटी भी मां का साथ देती थी, लिहाजा उसे भी मौत के घाट उतार दिया।