आपने जैस्मिन यानी चमेली के फूलों का रूम फ्रेशनर या डियो के बारे में जरूर सुना होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि जैस्मिन टी भी लोगों के बीच काफी पॉप्युलर हो रही है? जैस्मिन बनाने के लिए चमेली के पौधे के छोटे सफेद फूलों का इस्तेमाल किया जाता है। इन फूलों का उपयोग ग्रीन टी और यहां तक कि दूसरी चायों को खुशबूदार बनाने के लिए किया जाता है। चमेली की चाय चमेली के फूलों से नहीं बनती है बल्कि यह चाय है जो चमेली के फूलों की खुशबू से भरी होती है।
जैस्मिन ग्रीन टी पीने के फायदे
जैस्मिन ग्रीन टी से बहुत अलग नहीं होती है, देखा जाए तो इसकी गुडनेस ग्रीन टी जैसी ही होती है बस इसकी महक अलग होती है। चमेली की चाय तनाव को दूर करने में मददगार होती है। इसकी महक से स्ट्रेस लेवल कम होने के साथ पॉजिटिव और हैप्पी हार्मोन्स रिलीज होते हैं। यह ध्यान रखना जरूरी है कि ज्यादातर जैस्मिन टी कैफीनयुक्त होती है, इसलिए आप डिकैफिनेटेड जैस्मिन टी या हर्बल चाय बनाने के लिए सूखे चमेली के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
कितनी ग्रीन टी पिएं
ग्रीन टी ज्यादातर लोग इसके वजन घटाने के फायदों के लिए पीते हैं। कई लोगों का मानना है कि रोजाना 2-3 कप खुद बनाई जैस्मिन ग्रीन टी अच्छी होती है। वहीं, जैस्मिन टी में खुशबू ज्यादा होती है इसलिए अगर आप इसे ज्यादा पीते हैं, तो आप उल्टी या फिर भारीपन की शिकायत हो सकती है। ऐसे में अगर आप मार्केट से जैस्मिन टी का पैकेट खरीद रहे है, तो एक या ज्यादा से ज्यादा दो कप ग्रीन टी पी सकते हैं।
इन बातों को रखें ध्यान
-जैस्मिन ग्रीन टी कभी भी खाली पेट न पिएं। कई लोगों को इससे एसिडिटी की परेशानी हो सकती है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि खाना खाने के बाद ही जैस्मिन ग्रीन टी पिएं।
-जैस्मिन ग्रीन टी खाली पेट न पिएं। इसके साथ पैनकेक, बिस्किट या फिर कोई हेल्दी स्नैक्स जरूर लें। कई लोगों को इसका साइड इफेक्ट भी हो सकता है।
-आपको अगर कोई हेल्थ इश्यू है, तो सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लें कि आपके लिए जैस्मिन टी फायदेमंद है या नहीं। इसके बाद ही इसे डाइट में शामिल करें।