राजधानी भोपाल में जुड़वा बच्चें लापता होने का मामला सामने था। उस दौरान एक मां ने पुलिस को रास्ते में कहीं बच्चों के लापता होने की कहानी सुनाई थी। जो कहानी सुनकर पुलिस को भी समझ नहीं आ रहा है था आखिर मामला क्या है। लापता बच्चों की हबीबगंज इलाके में कपड़े मिले थे जिसके बाद आज 5वें दिन हबीबगंज इलाके में ज्ञानेश्वर मंदिर के पीछे जुड़वा बच्चों के शव मिले हैं। कोलार गेस्ट हाउस के पास रहने वाली 27 साल की सपना धाकड़ ने 7 सितंबर को जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। और 23 सितंबर को बच्चे गुम हो गए थे।
दरअसल बच्चों के लापता होने के समय परिजन तंत्र-मंत्र का सहारा ले रहे थे। और बच्चों की मां को झाड़-फूंक कराने किसी गांव ले गए। पुलिस पूछताछ में पता चला था कि 23 सितंबर को सपना दोनों बच्चों को लेकर घर से निकली थी। महिला ने पुलिस को पहले बताया था कि उसे बैरसिया अपने मायके जाना था। वह माता मंदिर होकर पैदल चलकर रंगमहल चौराहे पहुंची। और वहां से उसके बच्चे गायब हो गए।
लेकिन अब उसका कहना है कि पति ने ही बच्चों को मार डाला है। क्योंकि उसके पास बच्चों को पालने के लिए पैसे नहीं थे। हालांकि, पुलिस इस बयान को लेकर जांच करने की बात कह रही है। बच्चों की मां ने पुलिस को बताया था कि वह रंगमहल चौक पैदल पहुंची थी। पुलिस ने जब सीसीटीवी चेक किए तो महिला सिटी बस से उतरते दिखी और उसके साथ बच्चे नहीं दिखे।
हालांकि सूत्रों की माने तो सूत्र मां ने अपने बच्चों को मौत के घाट उतार है। बताया जा रहा है कि मां को पुलिस हिरासत में लिया गया है। मां ने ही पुलिस को हत्या वाली जगह की लोकेशन बताई। मां ने ही हत्या कर बच्चों के शव वहां फेक दिए थे।
वहीं जब पुलिस ने बस ड्राइवर से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि महिला शुक्रवार सुबह 6.30 बजे सुभाष एक्सीलेंस स्कूल के पास से बस में बैठी थी। और तब उसके पास बच्चे नहीं थे। पुलिस ने बस का सीसीटीवी चेक किया तो महिला अकेले बैठे दिखी। पुलिस ने इस आधार पर जब महिला से दोबारा पूछताछ की तो उसने बोला कि वह भूल गई बच्चे कहां गए।
इसे लेकर टीटी नगर टीआई चैन सिंह रघुवंशी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में महिला कोलार गेस्ट हाउस चौराहे के पास दोनों बच्चों को लेकर जाती दिख रही है, लेकिन जब वह बस में बैठी तो अकेली थी।