यूपी के औरैया में शिक्षक की पिटाई से छात्र की मौत के बाद बवाल बढ़ता जा रहा है। सोमवार की रात भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के गांव में पहुंचने के बाद पथराव और पुलिस जीप में आगजनी के दौरान कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया था। मंगलवार को पीड़ित परिवार ने उन लोगों को तत्काल छोड़े जाने की मांग को लेकर अंतिम संस्कार के लिए छात्र का शव नहीं उठने दिया। इस बीच भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने एक ट्वीट में आरोप लगाया कि पुलिस परिवार की इच्छा के खिलाफ जबरन अंतिम संस्कार करवाना चाहती है। उन्होंने कहा कि इस तानाशाही के खिलाफ हम डटकर खड़े हैं।
चंद्रशेखर ने लिखा– ‘औरैया मे एक स्कूली छात्र की टीचर द्वारा निर्मम पिटाई से मौत हो जाती है और पुलिस परिवार की इच्छा के विरुद्ध जबरन अंतिम संस्कार करवाना चाहती है। परिवार की मांगो के समर्थन मे मौजूद @ASP4UP के कार्यकर्त्ताओ पर लाठीचार्ज के बाद गिरफ्तारी गलत है। इस तानाशाही के खिलाफ हम डटकर खड़े हैं।’
उधर, अछल्दा थान क्षेत्र के बैसोली गांव में पीड़ित परिवार बवाल में गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई की मांग को लेकर अड़ा है। अंतिम संस्कार के लिए पीड़ित परिवार छात्र का शव नहीं उठने दे रहा है। मौके पर एडीजी, कमिश्नर, आईजी और जिले के अफसर डटे हुए हैं।
आदर्श इंटर कॉलेज में सामाजिक विज्ञान के शिक्षक अश्वनी सिंह की पिटाई से बैसोली गांव के छात्र निखित की मौत के बाद सोमवार को भीम आर्मी के लोगों ने पीड़ित परिवार के साथ शव लेकर कॉलेज के पास रोड पर जाम लगाया था। पुलिस ने हटाने की कोशिश की तो पथराव और आगजनी की थी। इस दौरान एक पुलिस जीप को आग के हवाले कर दिया गया था। पुलिस ने रात भर छापेमारी कर कई उपद्रवियों को पकड़ा।
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आईजी प्रशांत कुमार भी रात में मौके पर पहुंच गए और पीड़ित परिवार के घर पहुंच कर परिजनों से मिले। रात में शव के अंतिम संस्कार के लिए परिजन तैयार नहीं हुए। इस पर सुबह अंतिम संस्कार करने की बात तय हुई। इस बीच पुलिस ने उपद्रव करने वाले कई लोगों को हिरासत में ले लिया। सुबह अंतिम संस्कार के लिए पुलिस जब शव उठाने लगी, तो महिलाओं ने जबरदस्त विरोध किया। उनका कहना था कि गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा किया जाए और आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर उनको मुआवजा दिलाया जाए। तनातनी के साथ इलाके में तनाव है।