सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को घेरा। कहा कि अखिलेश नहीं चाहते थे कि विधानसभा चुनाव 2022 में शिवपाल यादव साथ आएं। शिवपाल द्वारा संभल में दिए गए बयान पर बोले कि चाचा और भतीजे का दर्द कहीं ना कहीं झलक ही जाता है। पत्रकारों से बातचीत में राजभर ने कहा कि सपा के तमाम वरिष्ठ नेता नाराज चल रहे हैं। सत्ता पाने के लिए जो प्रयास होना चाहिए सपा ने अपने अनुभवी नेताओं का लाभ उस तरीके से नहीं लिया। बोले-अखिलेश यादव जब सत्ता में रहते हैं तब जातीय जनगणना की बात नहीं करते, जब सत्ता से बाहर होते हैं, उन्हें जातीय जनगणना की याद आती है।
नीतीश और तेजस्वी कराएं जातिवार जनगणना
लखनऊ में पार्क रोड स्थित पार्टी कार्यालय से सावधान यात्रा की रवानगी से पूर्व उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में बिहार में भी मजबूती से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में इस समय सत्ता में राजद और जदयू है। नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना कराने की बात कही थी आज तक पहल क्यों नहीं हुई। सवाल वहीं का वहीं है। पहले कहते थे कि लोग रोकते हैं। अब नीतीश और तेजस्वी दोनों मुफ्त शिक्षा और गरीबों को मुफ्त इलाज की व्यवस्था करें। जो सत्ता में रहेगा सवाल उसी से होगा। गौरतलब है कि लखनऊ में पार्टी कार्यालय से सावधान रथयात्रा को हरी झडी दिखाकर रवाना करने के बाद ओम प्रकाश राजभर खुद अंबेडकर नगर के लिए रवाना हुए, जहां यात्रा की पहली रैली रखी गई थी।
जातीय जनगणना और मुफ्त शिक्षा व इलाज का मुद्दा उठाएंगे
उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल में पहली बार राजनीति में अर्कवंशी, बहेलिया जैसी जातियों की चर्चा हो रही है। राजनीतिक दल नाई, गोंड, प्रजापति, बिंद जैसी जातियों का प्रयोग सिर्फ वोट के लिए करते रहे हैं। यह सावधान यात्रा उन लोगों को जगाने के लिए है। जातीय जनगणना, एक समान अनिवार्य और मुफ्त शिक्षा, रोजगारपक शिक्षा, मुफ्त इलाज जैसे मुद्दों पर सावधान यात्रा के माध्यम से जनता को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सोमवार 26 सितंबर से शुरू हो रही यह सावधान यात्रा यूपी के 75 जिलों से होते हुए 27 अक्तूबर को गांधी मैदान पटना में पहुंचेंगी, जहां पर विशाल जनसभा के बाद सावधान यात्रा का समापन होगा। वह खुद 33 जनसभाओं को संबोधित करेंगे।