उदयपुर में कन्हैयालाल जघन्य हत्याकांड के मामले में 9 आरोपियों को शुक्रवार शाम को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने एनआईए ने जांच को पूरी करने और चालान पेश करने के लिए एक महीने का समय और मांगा है। यही वजह है कि कोर्ट अब आरोपियों की न्यायिक अभिरक्षा अवधि को एक महीने और बढ़ा दिया है। जयपुर एनआईए कोर्ट में सुरक्षा बंदोबस्त के बीच आरोपियों को कोर्ट लाया गया था। इसके बाद सभी को अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल भेज दिया गया।
एनआईए ने आरोपियों को कोर्ट में पेश करते वक्त कहा कि इस मामले में कुछ आरोपियों की तलाश की जानी है। ऐसे में जांच पूरी होने में समय लगने की संभावना है। एनआईए की ओर से जिरह करने आए सरकारी वकील के आग्रह को स्वीकार कर लिया और आरोपियों की एक महीने न्यायिक अभिरक्षा को और बढ़ा दिया है। एनआईए ने कन्हैयालाल हत्याकांड में अब तक गिरफ्तार मोहम्मद रियाज अत्तारी, गौस मोहम्मद, फरहाद शेख, आसिफ, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली, जावेद मंसूरी, मोहसिन खान, मुस्लिम रजा उर्फ मुस्लिम खान को कोर्ट में पेश किया था। इस दौरान कोर्ट परिसर में अतिरिक्त जाब्ता लगाया गया था। कोर्ट में पेश करते वक्त लोगों की भीड़ रही।
21 अक्टूबर को अलगी पेशी
एनआईए की ओर से कोर्ट में यह भी दलील दी गई कि इस मामले में कुछ संदिग्धों की तलाश की जा रही है। ऐसे में जांच पूरी करने में अभी और वक्त लग सकता है। इसके बाद कोर्ट ने अगली पेशी 21 अक्टूबर तय की है। आरोपियों को अगली पेशी के लिए अभी एक महीने का इंतजार और करना पड़ेगा।
28 जून को हुई थी कन्हैयालाल की हत्या
आपको बता दें कि गत 28 जून को उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल तेली की कट्टरपंथी रियाज मोहम्मद अत्तारी व गौस मोहम्मद ने गला रेत कर जघन्य हत्या कर दी थी। इसके बाद वीडियो बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी दी थी। राजस्थान पुलिस ने चार घंटे बाद आरोपियों को अजमेर के रास्ते में भीम के पास गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई थी।