सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद सुभासपा चीफ ओमप्रकाश राजभर के सुर अचानक बदल गए। उन्होंने सपा-बसपा को जमकर कोसा तो सीएम की तारीफ के पुल बांध दिए। उनका आभार भी जताया। ओपी राजभर ने मंगलवार की रात सीएम योगी से मुलाकात की थी। बुधवार को उन्होंने मीडिया से कहा कि पूर्व सरकारों ने भर-राजभर को त्रिशंकु बनाकर रखा। लेकिन सीएम योगी ने हमारी बात सुनने के बाद तत्काल भर-राजभर को अनुसूचित जनजाति में शामिल किए जाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजने के निर्देश दिया है।
ओपी राजभर ने बिना नाम लिए कहा कि सपा, बसपा और भाजपा के राजभर समाज से आने वाले नेता समाज के इस मुद्दे को उठाने से डरते रहे। वो लोग भी मुख्यमंत्री से इस मुद्दे पर मिल सकते थे। उन्होंने कहा कि विमुक्त जातियों से छूट गईं भर-राजभर जातियों को एसटी में शामिल किए जाने का प्रस्ताव आठवीं विधानसभा में पास हुआ था। अमल न होने पर हाईकोर्ट में रिट करनी पड़ी। हाईकोर्ट ने एक महीने का नोटिस दिया है।
उन्होंने कहा कि हम इसे लेकर मुख्यमंत्री से मिले। उन्होंने पूरी बात को गंभीरता से सुना और प्रस्ताव भेजने को भी कहा। राजभर ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री के समक्ष भूमाफिया की आड़ में गरीब दलित-पिछड़ों को उजाड़े जाने का भी मुद्दा उठाया। सीएम ने फिर निर्देश दिए हैं कि किसी भी कमजोर को नहीं उजाड़ा जाएगा। उन्होंने लाल बाग चौराहे का नाम महाराज सुहेलदेव के नाम पर रखे जाने पर भी सीएम का आभार जताया।