दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन झमाझम बारिश हुई, जिससे कुछ इलाकों में सड़कों पर जलजमाव होने से यातायात भी प्रभावित हुआ। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है और छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है। इस दौरान दृश्यता कम हो सकती है, यातायात बाधित हो सकता है वहीं कच्ची सड़कों एवं कमजोर इमारतों को नुकसान पहुंच सकता है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से मॉनसून की वापसी से ठीक पहले हुई ताजा बारिश से वर्षा में कमी (सितंबर में अब तक 46 फीसदी) को कुछ हद तक पूरा करने में मदद मिलेगी। इससे हवा भी साफ रहेगी और तापमान भी नियंत्रित रहेगा।
दिल्ली में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) दोपहर दो बजे 61 (संतोषजनक श्रेणी) दर्ज किया गया।
आईएमडी ने बताया कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में अगले दो-तीन दिनों में हल्की बारिश हो सकती है। सफदरजंग वेधशाला ने सितंबर में अब तक 58.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की है, जबकि सामान्य स्तर 108.5 मिलीमीटर है। उत्तर-पश्चिम भारत में अनुकूल मौसम प्रणाली नहीं रहने के कारण अगस्त में 41.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई जो करीब 14 वर्षों में सबसे कम है। दिल्ली में एक जून से 405.3 मिलीमीटर बारिश हुई, जो सामान्य 621.7 मिलीमीटर बारिश से कम है।
आईएमडी ने मंगलवार को कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के लौटने की सामान्य तारीख 17 सितंबर है और यह सामान्य तारीख से तीन दिन बाद दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के कई हिस्सों और पास के कच्छ से लौट चुका है।
स्कूल बस अंडरपास में फंसी
वहीं, आज फरीदाबाद में हुई मूसलाधार बारिश के बाद ग्रीन फील्ड रेलवे अंडरपास में पानी भर जाने से एक स्कूल बस उसमें फंस गई। हालांकि, पुलिस ने समय रहते सभी बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया। एक दिन पहले भी यहां स्कूल बस फंस गई थी। इसके बाद भी नगर निगम की तरफ से पानी निकासी के बंदोबस्त के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। जलभराव का ऐसा ही नजारा गुरुग्राम शहर की कई सड़कों पर भी देखने को मिला।