भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ० निखिल आनंद ने कहा है कि राजद जल्द ही जदयू को धकियाकर तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाएगी और नीतीश कुमार को रिटायर कर आश्रम में भेजेगी। यह दावा करते हुए निखिल आनंद ने कहा कि राजद के राज्य परिषद की बैठक में शिवानंद तिवारी ने जब यह हकीकतबयानी किया तो लालू- तेजस्वी सहित राजद के सभी वरिष्ठ नेता हँसते- मुस्कुराते रहे और समस्त उपस्थित राज्य परिषद सदस्यों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ पुरजोर समर्थन किया। राजद की ओर से शिवानंद तिवारी की बातों पर अभी तक ना तो कोई सफाई आई है, न ही खंडन किया गया है।
आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी की तेजस्वी यादव को सीएम बनाकर नीतीश कुमार को आश्रण जाने की नसीहत देने वाले बयान पर बिहार की राजनीति गर्मा गई है। अब विपक्षी दल बीजेपी ने इस पर चुटकी ली है। बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि आरजेडी जल्द ही जेडीयू को धकियाकर तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाएगी और नीतीश कुमार को रिटायर करके आश्रम भेज देगी। शिवानंद तिवारी ने नीतीश के प्रधानमंत्री बनने के सपने का भी मखौल उड़ाया है।
बीजेपी नेता निखिल आनंद ने गुरुवार को कहा कि आरजेडी के राज्य परिषद की बैठक में शिवानंद तिवारी ने जब यह हकीकतबयानी किया तो लालू यादव, तेजस्वी सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता हंसते- मुस्कुराते रहे। आरजेडी की बैठक में मौजूद सभी सदस्यों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनके बयान का पुरजोर समर्थन किया। आरजेडी की ओर से शिवानंद तिवारी की बातों पर अभी तक ना तो कोई सफाई आई है, न ही खंडन किया गया है।
निखिल आनंद ने कहा कि शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री बनने के सपने का भी मखौल उड़ाया है। उन्होंने नीतीश के दिल्ली जाकर विपक्षी नेताओं से मुलाकात का भी मजाक उड़ाते हुए कहा कि ‘विपक्षी एकता तराजू पर मेंढक तोलने के समान’ है। शिवानंद तिवारी की बातों में दम इसलिए है कि लालू प्रसाद ने जब यादव समाज के व्यक्ति मुलायम सिंह को पीएम नहीं बनने दिया तो आखिर नीतीश कुमार के पीएम बनने के दिवास्वप्न को पूरा करने के लिए जद्दोजहद क्यों करेंगे।
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उन्होंने आगे कहा कि लालू परिवार की दिलचस्पी तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने में जरूर हो सकती है लेकिन नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करने में उनकी कतई दिलचस्पी नहीं होगी। इन सब बातों से स्पष्ट है कि आरजेडी और जेडीयू के बीच शह-मात का जबरदस्त खेल चल रहा है। आरजेडी-जेडीयू में कौन किसको पहले ठिकाने लगाता है, यही देखना बिहार की जनता को बचा है।