दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की एक रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी में यातायात नियमों को तोड़ने वाले दूसरों की मौत का कारण बन रहे हैं। क्योंकि दिल्ली में सड़क हादसों में होने वाली मौत का सबसे बड़ा कारण ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन है। यह खुलासा दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की वर्ष 2021 में हादसों की जांच रिपोर्ट में हुआ है।
दिल्ली में वर्ष 2021 में जिन सड़क हादसों को लेकर छानबीन की गई है, उनमें 277 मौत का कारण ट्रैफिक नियम का उल्लंघन था। सड़क हादसों का दूसरा बड़ा कारण तेज रफ्तार भी रहा है, जिसकी वजह से 213 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
2021 में 1239 लोगों ने गंवाई जान
दिल्ली पुलिस के कमिश्नर संजय अरोड़ा ने शुक्रवार को ट्रैफिक पुलिस की वार्षिक रिपोर्ट जारी की। इसमें बताया गया है कि वर्ष 2020 के मुकाबले सड़क हादसों में बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2020 में जहां सड़क हादसों में 1196 लोगों की मौत हुई थी, वहीं वर्ष 2021 में कुल 4720 सड़क हादसों में 1239 लोगों ने जान गंवाई है। इन हादसों में 4273 लोग घायल हुए हैं।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि सड़क हादसों का सबसे ज्यादा शिकार पैदल चलने वाले और दोपहिया वाहन पर सवार चालक हुए हैं। ट्रैफिक पुलिस द्वारा उनके बचाव को लेकर काम किया जाएगा। बीते वर्ष 504 पैदल लोग, जबकि 472 दोपहिया वाहन सवार लोग सड़क हादसों में मारे गए।
पश्चिमी दिल्ली में सबसे ज्यादा सड़क हादसे
पश्चिमी दिल्ली में सर्वाधिक दुर्घटनाएं ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट में बताया गया है कि राजधानी में सबसे ज्यादा सड़क हादसे पश्चिम दिल्ली में हुए हैं। पश्चिम दिल्ली में बीते वर्ष 648 सड़क हादसे हुए हैं। दूसरे नंबर पर उत्तर-पश्चिम जिला है जहां 580 सड़क हादसे हुए हैं, जबकि दक्षिण पूर्वी में 533 सड़क हादसे हुए। ट्रैफिक सर्किल की बात करें तो सबसे ज्यादा 263 सड़क हादसे राजधानी के बुराड़ी सर्किल में हुए हैं। मंगोलपुरी सर्किल में 201 जबकि द्वारका में सबसे कम 177 सड़क हादसे हुए हैं।
पैदल व्यक्ति को कार, दोपहिया चालकों को भारी वाहनों से खतरा
ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट में बताया गया है कि पैदल सड़क पार करने वाले अधिक लोगों की मौत का कारण अज्ञात वाहन थे। लेकिन जिन वाहनों का पता चला उनमें सबसे अधिक 61 मौत का कारण कार, जीप या टैक्सी थी। इसके बाद 41 राहगीरों की जान भारी वाहनों ने ली। दूसरी तरफ दोपहिया वाहन सवार 212 लोगों की मौत अज्ञात वाहन से हुई। वहीं, सबसे ज्यादा भारी वाहन ने 81 दोपहिया सवार की जान ली।
कहां हुए ज्यादा हादसे
आउटर रिंग रोड 95,रिंग रोड 85,रोहतक रोड 46,जीटीके रोड 44,नजफगढ़ रोड 28,एनएच 8 26,वजीराबाद रोड 21,ग्रैंड ट्रंक रोड 21,बवाना रोड 19,एनएच 24 15
सुविधाओं की कमी से ज्यादा हादसे हो रहे
ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट में बताया गया है कि सड़क पर राहगीरों के लिए सुविधाओं का अभाव हादसों का बड़ा कारण है। दिल्ली की अधिकतर सड़कों पर पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ की भी कमी है। दिल्ली में सड़क पार करने के लिए फुट ओवर ब्रिज एवं अंडरपास की कमी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि पैदल लोग रात को ज्यादा हादसों का शिकार होते हैं जब भारी वाहन भी सड़क पर चलने लगते हैं। पुलिस संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर इनकी सुरक्षा के लिए काम करेगी, ताकि सड़क हादसों की संख्या को कम किया जा सके।