समाजवादी पार्टी ने बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों पर 14 से 18 सितंबर तक चार दिन विधानभवन पर धरना-प्रदर्शन की घोषणा की है। खुद अखिलेश यादव भी एक दिन धरना में शामिल होने वाले हैं। पहले ही दिन सपाइयों को विधानभवन तक नहीं आने दिया गया। इससे सपा प्रमुख अखिलेश यादव भड़क गए हैं। उन्होंने यूपी की योगी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार लाठी-पुलिस से रोकना चाह रही है। सपा नेताओं को सरकार द्वारा रोकना साबित करता है कि इन मुद्दों से जनता परेशान है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कई तस्वीरें भी पोस्ट की हैं। तस्वीरों के साथ ही लिखा है कि आसमान छूती महंगाई व बेरोज़गारी और रसातल में गई उप्र की बदहाल क़ानून-व्यवस्था के ख़िलाफ़ सपा के विरोध-प्रदर्शन को भाजपा सरकार लाठी-पुलिस से रोकना चाह रही है। भाजपा सरकार का ये दमन साबित करता है कि ये मुद्दे सच में जनता को प्रताड़ित कर रहे हैं। सपा जनता के साथ हमेशा खड़ी रहेगी।
इससे पहले बुधवार की सुबह पार्टी विधायकों के घरों के बाहर पुलिस ने पहरा लगा दिया। सपा के प्रदेश ऑफिस से लेकर अखिलेश यादव के आवास तक पुलिस का कड़ा पहरा रहा। जिन लोगों ने निकलने की कोशिश की उनकी पुलिस से नोकझोंक हुई। अखिलेश यादव के साथ ही अन्य नेताओं ने भी सरकार पर हमला बोला। फेसबुक और ट्विटर से सरकार पर निशाना साधा गया।