लखीमपुर खीरी में जो हुआ वह घटना किसी के दिल को झकझोर कर रख देगी तो सोचिए कि उस मां पर क्या गुजरी होगी जिसके सामने उसकी बेटियां अगवा हुईं और कुछ ही देर के बाद उन्हें मार कर पेड़ से टांग दिया गया हो। लखीमपुर के निघासन में मारी गईं लड़कियों की मां बेसुध है बार-बार बोलते-बोलते बेहोश हो जा रही है।
होश में आते ही एक ही बात कहती है कि वो तीनों मेरी बेटियों को उठा ले गए। वह कहती है कि दो बेटियों के साथ घर के बाहर बैठी हुई थी। इसी बीच जब वह घर के अंदर गई तो तीन युवक मोटरसाइकिल से आए। उसकी आंखों के सामने दोनों बेटियों को खींचकर ले गए। वह चीखती है चिल्लाती है और उनका पीछा करती है पर कुछ ही देर में सब ओझल हो गए। क्या हो गया कहते-कहते रोने लगती है। उधर, घटना के बाद गांव छावनी में तब्दील है। आईजी लक्ष्मी सिंह भी देर रात घटनास्थल पर पहुंची। आईजी ने पीड़ित से बात की। वहीं लखीमपुर कांड राजनीतिक सरगमी भी तेज हो गई है।
मां के बयान पर टिकी वारदात की कहानी
दो सगी बहनों के शव पेड़ से लटके मिलने के मामले में मां के बयान पर ही वारदात की कहानी टिकी है। जिस तरह मां ने मीडिया और गांव वालों के सामने तीन युवकों को आने और उसकी आंखों के सामने दोनों बेटियों को खींचकर ले जाने की बात कही है। उससे मामला बहुत गंभीर हो चला है। महिला का दावा है कि वह देखने पर युवकों को पहचान लेगी। वह इन युवकों को पड़ोसी गांव का बता रही है। उधर, देर शाम महिला ने गांव के ही एक युवक का नाम लेकर कहा कि उसने उसकी बेटियों को मरवाया है। हालांकि देर शाम तक महिला की तरफ से पुलिस को कोई तहरीर नहीं मिली थी।
जानें पूरी घटना
निघासन इलाके में बुधवार शाम दो सगी दलित नाबालिग बहनें एक ही पेड़ से लटकती मिलीं। मां ने आरोप लगाया है कि तीन युवक बाइक से आए और उसकी बेटियों को खींच ले गए थे। उसने अगवा कर हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। निघासन कोतवाली क्षेत्र के तमोलिनपुरवा गांव में दो दलित लड़कियों के शव पेड़ से लटके मिले। इन किशोरियों के घर गांव के एक बाहरी छोर पर हैं। उसके घर के आसपास गन्ने के खेत शुरू हो जाते हैं। गांव की बाकी बस्ती थोड़ी दूरी पर है।