दिल्ली पुलिस ने 2020 के उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों के आरोपी शाहरुख पठान के हिरासत से भागने या उस पर विरोधी गुटों द्वारा हमला किए जाने की आशंका जताई है। इसके चलते उसके मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने शाहरुख पठान को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश करने का निर्देश दिया है।
फरवरी 2020 में जाफराबाद पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद शाहरुख पठान कथित तौर पर दिल्ली से भाग गया थे।
कड़कड़डूमा कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमिताभ रावत ने दिल्ली आर्म्ड पुलिस की तीसरी बटालियन के सब इंस्पेक्टर द्वारा दायर आवेदन में उल्लिखित आधारों पर विचार करने के बाद शाहरुख पठान को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश करने का निर्देश दिया। कोर्ट ने आदेश की कॉपी अनुपालन के लिए संबंधित तिहाड़ जेल अधीक्षक को भेजने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने यह आदेश 8 सितंबर 2022 को पारित किया था।
शाहरुख को हाई रिस्क कैटेगरी में रखा गया है
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आरोपी शाहरुख पठान को पेश करने का अनुरोध करने वाले आवेदन में कहा गया है कि वह कोर्ट में पेश करने के लिए जेल से बाहर रहते हुए हिरासत से भागने की अपनी योजना को फिर से अंजाम दे सकता है। पुलिस ने यह भी आशंका जताई कि अज्ञात विरोधी गुट द्वारा उस पर हमला किया जा सकता है। चूंकि आरोपी को हाई रिस्क कैटेगरी में रखा गया है, इसलिए उसकी सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात करना पड़ता है। बावजूद इसके उसकी सुरक्षा को खतरा है।
आवेदन में कहा गया है कि आरोपी के साथ-साथ पुलिस स्टाफ की सुरक्षा को देखते हुए आग्रह किया जाता है कि उसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश करने का आदेश दिया जाए।
पुलिस हेड कॉन्स्टेबल पर तानी थी पिस्तौल
गौरतलब है कि दंगों के दौरान जाफराबाद इलाके में शाहरुख पठान दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल दीपक दहिया पर पिस्तौल तानकर चर्चा में आ गया था। उसे 3 मार्च, 2020 को गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वह तिहाड़ जेल में बंद हैं।
पुलिस के मुताबिक, फरवरी में हुई घटना के बाद शाहरुख पठान शुरू में राजधानी में घूमता रहा और फिर पंजाब और उत्तर प्रदेश के शामली चला गया, जहां से बाद में उसे अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि, फरवरी 2020 में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर दो समुदायों के बीच उत्तर-पूर्वी दिल्ली में झड़पें हुईं, जिसमें कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई और 700 से अधिक लोग घायल हुए थे।