नोएडा के बरौला गांव में एक महिला गुरुवार को आधी रात एक मकान की छत पर नवजात को छोड़कर चली गई। नवजात के रोने की आवाज आई तो घर में रह रहे लोगों ने उसे उठाया, लेकिन तब तक उसे चींटियों ने नोंच डाला था। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने सेक्टर-30 के बाल चिकित्सालय में उसे इलाज के लिए भर्ती कराया। शुक्रवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि बरौला में रहने वाले मोहम्मद हुसैन के घर की छत पर एक नवजात मिला है।
पुलिस नवजात को सुबह 9.30 बजे चाइल्ड पीजीआई ले आई। प्रारंभिक इलाज के बाद नवजात को एनआईसीयू में भर्ती किया गया है। चिकित्सक डॉ. मेजर बीपी सिंह ने बताया कि बच्चे के शरीर पर चींटियों के काटने के निशान हैं। इलाज के बाद वह स्वस्थ है। नवजात लड़का है और उसका जन्म 12 घंटे पहले हुआ। वहीं, प्रभारी निरीक्षक यशपाल धामा ने कहा कि गांव में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से नवजात की मां की तलाश की जा रही है। मोहम्मद हुसैन ने बताया कि रात करीब 2.30 बजे उनकी पत्नी ने नवजात को सबसे पहले देखा।
कई लोगों ने हाथ बढ़ाए
नवजात को रखने के लिए कई लोगों ने हाथ बढ़ाया है। पुलिस का कहना है कि नियम के तहत गोद लिया जा सकेगा।
ममता का फर्ज निभाया
भले ही जन्म देने वाली मां ने नवजात को ठुकरा दिया, लेकिन उस घर में किराये पर रहने वाली महिला ने स्तनपान कराकर उसे नई जिंदगी दी। छत पर थैले में पड़े खून से लथपथ बिलखते बच्चे को जैसे ही रूबी बानो ने गोद में उठाया, उसका दिल पसीज गया। उन्होंने नवजात के घावों को साफ किया, फिर उसकी भूख शांत करने के लिए स्तनपान कराया। नवजात भी रूबी को अपनी असली मां समझकर रातभर उनकी गोद में सोया।