उन्नाव के सिविल लाइन के रहने वाले एक बैंक कर्मी को लखनऊ की आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्लू) टीम ने मंगलवार सुबह घर से गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि बैंक कर्मी जब सर्विस में था, तब उसने दो करोड़ का भ्रष्टाचार किया था। मामला प्रकाश में आने के बाद उसे नौकरी से हटा दिया गया था। जानकारी के मुताबिक सदर कोतवाली क्षेत्र के सिविल लाइन के विनोद कुमार बांदा के जसपुरा में इलाहाबाद बैंक में सहायक मैनेजर के पद पर 2017 में तैनात थे। उसी दौरान ब्रांच में संदीप नायक मैनेजर थे।
सरकार द्वारा आई फसल बीमा योजना की धनराशि का बैंक के पांच कर्मियों ने दो बाहरी व्यक्तियों के साथ मिलकर घोटाला किया था। मामले की जांच हुई तो फर्जीवाड़ा सामने आया। इसके बाद जसपुरा थाने में बैंक कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
मुकदमा लखनऊ के आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा ट्रांसफर कर दिया गया। जांच के दौरान घोटाले में बैंक कर्मियों की संलिप्तता पाई गई। रिपोर्ट के आधार पर घोटाले में शामिल पांचों बैंक कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया। उधर, बांदा के ही दो बाहरी व्यक्तियों को भी टीम ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मंगलवार को ईओडब्ल्यू इंस्पेक्टर गोविंदा अपने हमराही राजकुमार के साथ उन्नाव पहुंचे और विनोद को घर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद बैंक कर्मी को जिला अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद लखनऊ लेकर रवाना हो गए।