मध्य प्रदेश के देवास में पुलिस कस्टडी में पिटाई के बाद हुई फेरी वाले की मौत के मामला सामने आया है। जिसके बाद 3 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया हैं। फिलहाल इस मामले की जांच एडिशनल एसपी मनजीत चावला कर रहे हैं। इस केस में पुलिस पर बर्बरता के आरोप लगे हैं।
दरअसल , पुलिस ने मिलावटी मसाला बेचने का आरोप लगाकर दो फेरीवालों मुकेश और ईश्वर सिंह को पकड़ा था। थाने में मारपीट के बाद मुकेश की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद उसे इंदौर रैफर किया गया और वहां उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार मुकेश की पत्नी और चार बहुत छोटे छोटे बच्चे हैं। मंगलवार को उसके परिवार के लोग और दूसरा घायल साथी ईश्वर एसपी कार्यालय पहुंचे और पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया।
एसपी कार्यालय में शिकायत करते हुए बताया कि ईश्वर ने बताया कि पूरे शरीर पर अंदरूनी चोट के गहरे निशान हैं। और उसने एडिशनल एसपी मनजीत चावला को अपने निशान भी दिखाएम उसके बाद ईश्वर को मेडिकल जांच के लिए पुलिस जिला अस्पताल ले गई।
वहीं इस पूरे मामले को लेकर हुई जांच के बाद अब देवास एसपी ने एएसआई देवेन्द्र चौहान, प्रधान आरक्षक सतीश सिकरवार और आरक्षक विकास पटेल को निलंबित कर दिया। मृतक मंदसौर के श्यामगढ़ थाना क्षेत्र का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि अंतिम संस्कार के पहले वहां मुकेश के परिवार और गांव वालों ने देवास के औद्योगिक थाने के पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए चक्काजाम भी किया था।
एएसपी मनजीत चावला ने जानकारी देते हुए बताया कि एक शिकायत मिली थी कि औद्योगिक थाने में युवक के साथ मारपीट की गई है। जिसके बाद युवक मुकेश की मौत हो गई। वो फेरी लगाकर मसाला और अन्य सामान बेचता था। और इस शिकायत के बाद 3 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
बता दें कि मुकेश और ईश्वर सिंह दोनों इंदौर के सियागंज से हल्दी मिर्ची खरीद कर देवास बेचने आए थे। यहां नकली मसाले बेचने के आरोप में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया था। लेकिन पूछताछ के दौरान ही उनके साथ मारपीट की गई। और मारपीट के बारे उसकी मौत हो गई।