यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी पार्टी के एक व्यक्ति-एक पद की नीति के तहत पार्टी पदाधिकारियों पर भी यही नीति लागू करने जा रहे हैं। इस नीति के तहत योगी 2.0 सरकार में मंत्री बन गए पार्टी पदाधिकारियों की संगठन से विदाई होना तय माना जा रहा है। खबर है कि भूपेंद्र चौधरी जल्द ही नई समिति का गठन करेंगे जिसमें इन्हें बदल दिया जाएगा। योगी सरकार 2.0 में पार्टी उपाध्यक्ष एके शर्मा और दया शंकर सिंह दोनों को मंत्री बनाया गया है। एके शर्मा शहरी विकास और बिजली मंत्री हैं, वहीं दया शंकर सिंह परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं। इनके अलावा पार्टी महासचिव जेपीएस राठौर सहकारिता राज्य मंत्री हैं।
बीजेपी के ओबीसी विंग के मुखिया नरेंद्र कश्यप को योगी सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बनाया गया है। माना जा रहा है कि नई समिति से इन चारों को हटा दिया जाएगा। इसके अलावा खबर है कि उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भूपेंद्र चौधरी का पोर्टफोलिया दिया जा सकता है। केशव प्रसाद मौर्य फिलहाल शहरी विकास मंत्री भी हैं। केशव प्रसाद मौर्य को पंचायती राज मंत्रालय मिलता है तो स्वभाविक रूप से उनके पोर्टफोलियो में विस्तार के रूप में देखा जाएगा।
केशव प्रसाद मौर्य के पास फिलहाल ग्रामीण विकास, समग्र ग्राम विकास, ग्रामीण इंजीनियरिंग, खाद्य प्रसंस्करण, मनोरंजन कर और सार्वजनिक उद्यम और राष्ट्रीय एकता विभाग है। हालांकि संगठन और मंत्रीमंडल में परिवर्तन को लेकर अभी सिर्फ कयास लगाया जा रहा है। मंत्रीमंडल में किसी भी तरह के परिवर्तन का आखिरी फैसला सीएम योगी आदित्यनाथ का ही होगा जो मंत्रिपरिषद के प्रमुख हैं।