दिल्ली में कथित शराब घोटाले को लेकर सीबीआई जांच का सामना कर रहे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बैंक लॉकर की तलाशी ली गई। गाजियाबाद के वसुंधरा स्थित मेवाड़ कॉलेज के पीएनबी बैंक में सीबीआई की टीम ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और उनकी पत्नी की मौजूदगी में तलाशी ली। एक बैंक अधिकारी और सिसोदिया की के सामने सीबीआई की टीम लॉकर की तलाशी ली।
तलाश के बाद बाहर निकले मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि लॉकर में भी कुछ नहीं मिला है। मेरे घर पर सीबीआई की रेड की गई थी तो मेरी पत्नी बैंक लॉकर की चाबी ले गए थे। आज उसकी जांच की गई। जैसे मेरे घर पर कुछ नहीं मिला वैसे ही लॉकर से भी नहीं मिला। पत्नी और बच्चों के कुछ 70-80 हजार रुपए की जूलरी थी। प्रधानमंत्री जी की सारी जांच में मेरा परिवार पाक साफ निकला है।
इससे पहले 19 अगस्त को मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई ने 14 घंटे तक तलाशी ली थी। सीबीआई ने उनके घर से कुछ दस्तावेज और डिवाइस अपने कब्जे में लिया था। सीबीआई ने उनके लॉकर को भी सीज करा दिया था। आज सिसोदिया की मौजूदगी में इसे खोला गया है। रविवार को सिसोदिया ने ट्वीट करके यह जानकारी दी थी कि सीबीआई की टीम अब लॉकर की जांच करने जा रही है।
सिसोदिया ने कल ट्वीट किया, ”कल CBI हमारा बैंक लॉकर देखने आ रही है। 19 अगस्त को मेरे घर पर 14 घंटे की रेड में कुछ नहीं मिला था। लॉकर में भी कुछ नहीं मिलेगा। सीबीआई का स्वागत है। जांच में मेरा और मेरे परिवार का पूरा सहयोग रहेगा।”
शराब घोटाले में आरोपी नंबर एक हैं सिसोदिया
दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना की सिफारिश पर सीबीआई ने कथित शराब घोटाले को लेकर केस दर्ज किया है। इसमें मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर एक बनाया गया है। सिसोदिया दिल्ली के आबकारी मंत्री भी हैं। दिल्ली की नई शराब नीति में कई तरह की गड़बड़ी के आरोप लगाए गए हैं। हालांकि, दिल्ली सरकार सिसोदिया को बेकसूर बताकर भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार पर केजरीवाल का रास्ता रोकने की कोशिश करने का आरोप लगा रही है।