मध्य प्रदेश के सागर जिले के जैसीनगर थाना प्रभारी शशिकांत गुर्जर, महिला थाना सहित उनकी टीम ने मानव तस्करी गिरोह भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह द्वारा मानव तस्करी के साथ ही शराब का अवैध कारोबार किया जाता था। मानव तस्करी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहें हैं और अब यह मामलें शहरों के साथ साथ गांवों से भी सामने आते है।
दरअसल, जैसीनगर थाना क्षेत्र के गांव से 8 वर्षीय व 14 वर्षीय बच्चियां गुम हुई थी। और पुलिस ने जब इस मामले की जांच की थी तो दोनों बच्चियां बसंती अहिरवार नाम की महिला के यहां मिली थी। जिसमें बसंती द्वारा बच्चों की खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया था।
इस मामले में पुलिस ने बसंती और उसके साथी को गिफ्तार कर जेल भेजा था। लेकिन मानव तस्करी के गंभीर मामले को देखते हुए पुलिस को और भी खुलासे होने की उम्मीद थी, जिसको देखते हुए पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। और टीम को जानकारी लगी बसंती की मां शारदा ने एक और बच्ची को खरीद कर अपने घर में छुपा रखा है। इसके बाद पुलिस ने उस बच्ची को बसंती के घर से छुड़ा लिया।
वहीं शारदा से बच्ची के संबंध में पूछताछ की गई तो उसने सही जानकारी न देकर उसे अपनी लड़की होना बताय। लेकिन जब पुलिस ने उस बच्ची से पूछताछ की तब सही जानकारी ना देकर शारदा को अपनी मां और बसंती को अपनी बहन बताया। हालांकि कुछ समय बाद जब दुबारा पूछताछ की गई तब बच्ची ने अपना असली नाम और अपना घर सतना जिले के मैहर थाना क्षेत्र मे बताया।
उस दौरान बच्ची ने पुलिस को आगे बताया कि तीन-चार साल पहले वह घर में बिना बताए अकेले मैहर से ट्रेन में बैठकर सागर आई। वहां उसे ममता घोषी मिली, जिसने मैहर की ट्रेन में बैठाने का कहा लेकिन फिर अपने ही घर ले गई। 3 माह तक अपने घर पर रखी और फिर उसे शारदा को 30 हजार में बेच दिया।
जानकारी मिली है कि इसी बीच इस बच्ची की बसंती ने 1 लाख में शादी का सौदा कर दिया था। और शादी के 3 दिन बाद बसंती उसे ससुराल से वापस अपने घर ले आई। ऐसा इसलिए क्योंकि बसंती अवैध शराब बेचने का भी काम करती थी। इसी बीच दीपेश और बसंती के भाई धनसिंह ने कई बार उसका शारीरिक शोषण किया तो वह गर्भवती हो गई और 3 माह पहले ही एक बच्ची को जन्म भी दिया।
पुलिस ने आरोपी दीपेश अहिरवार, धनसिंह, मूंगफली बेचने वाली ममता घोषी, शारदा अहिरवार को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस ने मानव तस्करी रेप, बाल विवाह, पाक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया।