झारखंड के दुमका में अंकिता सिंह की मौत के मामले में एसआईटी अपनी जांच कर रही है। इस बीच हाईकोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लिया है। अदालत ने राज्य के गृह सचिव और डीजीपी को तलब किया है।जानकारी के मुताबिक, मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस मामले से जुड़ी फाइलों के साथ डीजीपी और मुख्य सचिव को भी तलब किया है। इसके साथ ही अदालत ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया है।
बता दें कि दुमका की बेटी अंकिता को पेट्रोल डाल कर जिंदा जलाने के मामले को लेकर राज्य में अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन किये गये थे। अंकिता के परिजन इस मामले में इंसाफ की मांग कर रहे हैं। मामले की गहन तफ्तीश के लिए एसआईटी बनाई गई है। एसआईटी ने अंकिता के घर जाकर विभिन्न सबूत जुटाए हैं। इस मामले में पुलिस ने शाहरुख के अलावा एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हेमंत सोरेन सरकार और पुलिस-प्रशासन को पहले कटघरे में खड़ा किया था। झारखंड भाजपा के नेताओं ने आरोप लगाया था कि पुलिस-प्रशासन ने इस मामले में लापरवाही की थी। सांसद निशिकांत दुबे ने कहा था कि हेमंत सरकार लड़की को बेहतर चिकित्सीय इलाज दिला पाने में नाकाम रही थी।
बता दें कि 23 अगस्त को अंकिता पर उस वक्त पेट्रोल डाला गया था जब वो अपने घर में सो रही थी। आरोपियों ने नींद में सो रही अंकिता पर पेट्रोल डाल उन्हें जिंदा जला दिया था। बुरी तरह झुलसी अंकिता का इलाज रांची के रिम्स अस्पताल में किया गया था।
करीब 5 दिन तक मौत से लड़ने के बाद अंकिता ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद अंकिता का सोमवार को अंतिम संस्कार किया गया था। अंकिता की मौत को लेकर कई संगठनों ने प्रदर्शन किया था।