राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद पर हमला बोला है। सीएम गहलोत ने राहुल गांधी के चापलूसों से घिरे होने के आरोप पर कहा कि 40 साल पहले गुलाम नबी आजाद संजय गांधी के चापलूस माने जाते थे। साइकोफ संजय गांधी ही गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस में लाए थे और इंदिरा गांधी ने उन्हें आगे बढ़ाया। सीएम गहलो ने कहा कि चापलूसों से घिरे संजय गांधी गुलाम नबी आजाद को हटा देते जैसे वह राहुल गांधी से उम्मीद कर रहे हैं। आज देश के अंदर गुलाम नबी आजाद या जो भी नेता है। उनका नाम देश में कोई नहीं जानता। सीएम गहलोत ने कहा कि मैं जब एनएसयूआई का अध्यक्ष था तो मेरे खिलाफ भी कई नेता थे। 1973-74 के अंदर। अगर मान लो उस वक्त मैं दबाव में आकर के मुझे हटा देते। मेरे खिलाफ कई बड़े-बड़े नेता थे। मैं यहां पर नाम नहीं लेना चाहता। मैं नौजवान था। 28 साल का था। अगर हाईकमान दबाव में आकर मुझे हटा देते दबाव में आकर तो आज मैं आपके सामने खड़ा नहीं होता। सोनिया से मेडिकल चेकअप के लिए अमेरिका गई हुई है। उनके पीछे से गुलाम नबी आजाद की हरकत मानव स्वभाव के खिलाफ है।
आजाद की टिप्पणी उचित नहीं कही जा सकती
सीएम गहलोत ने कहा कि गुलाम नबी आजाद ने जो टिप्पणी की है। वह उचिन नहीं कहीं जा सकती है। राहुल गांधी बच्चे जैसे बातें करते हैं जैसे गुलाम नबी आजाद के आरोप पर सीएम गहलोत ने कहा कि इनके लिए संजय गांधी के वक्त भी ऐसा ही बोला जाता था। उस वक्त संजय गांधी के साथ में ये सब लोग थे। हम जैसे लोग भी थे। जो खिलाफ में थे। टिप्पणी उस वक्त भी होती थी। संजय गांधी के वक्त में। अलग-अलग ढंग से टिप्पणी करते थे। उसके बाद भी चांस उन्हीं को मिला जो संजय गांधी के पक्ष में थे।
आजाद 42 साल तक बिना किसी पद के नहीं रहे
सीएम गहलोत ने कहा कि मैं खुद सदमे में हूं। एक ऐसा व्यक्ति जो जीवन में सब कुछ मिला। 42 साल बिना किसी पद के नहीं रहे। आज वो ये मैसेज दे रहे हैं जो मेरी समझ के परे हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी गुलाम नबी आजाद के बारे में क्या बोले मैं उस पर टिप्पणी नहीं कर सकता। मैं तो यह कह सकता हूं कि आजाद साबह जैसे व्यक्ति को जिसे कांग्रेस ने सब कुछ दिया है। गुलाम नबी आजाद की पहचान आज देश में कांग्रेस के कारण है। इंदिरा गांधी, राजी गांधी और सोनिया गांधी के कारण से है। जिस प्रकार भावना प्रकट की है। उसे उचित नहीं कही जा सकती। मैं इतना ही कह सकता हूं। सीएम गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी राजनीति में नहीं आना चाहती थी। लेकिन हम लोगों ने दबाव दिया। हमने कहा कि कांग्रेस बिखर जाएगी। सीताराम केसरी केसरी समय कांग्रेस में बिखराव शुरू हो गया। तब जाकर सोनिया गांधी राजनीति में आईं थीं। तब से लेकर आज तक सोनिया गांधी ने कांग्रेस को बचाकर रखा। सोनिया से मेडिकल चेकअप के लिए अमेरिका गई हुई है। उनके पीछे से गुलाम नबी आजाद की हरकत मानव स्वभाव के खिलाफ है।