दिल्ली पुलिस ने अवैध हथियारों का धंधा करने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया है। इसके साथ ही पुलिस ने दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि यह लोग मध्य प्रदेश से हथियार लाकर दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सप्लाई करते थे।
पकड़े गए दोनों युवकों की पहचान 35 साल के प्रमोद कुमार और 31 साल के रोहतास के तौर पर हुई है। दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। दोनों ने बीते तीन सालों में दिल्ली-एनसीआर में करीब 500 हथियारों की सप्लाई दी है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि इन्हें दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है और इनपर आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया है कि इनके पास से अच्छी गुणवत्ता वाली 12 पिस्टलें और 45 कारतूस मिले हैं। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (स्पेशल से) जसमीत सिंह ने कहा, ‘हमारी टीम ने अंतराज्यीय गन-रनिंग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। हथियारों के 2 सप्लायरों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों को 22 अगस्त की शाम मोदी मिल बस स्टॉप के नजदीक कैप्टन गौर मार्ग के पास से पकड़ा गया है। यह दोनों यहां हथियारों की सप्लाई देने आए थे।
यह दोनों मध्य प्रदेश से जुड़े अंतरराज्यीय आर्म्स सिंडिकेट के सदस्य हैं। पूछताछ के दौरान इन्होंने बताया है कि उन्होंने मध्य प्रदेश के सेंधवा में हथियार बनाने और सप्लाई करने वाले एक शख्स से पिस्टल और कारतूस लिया था। आरोपी सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल 10,000 रुपये में और सिंगल-शॉट पिस्टल 3,000 रुपये में मध्य प्रदेश से खरीदते थे। इसे यह लोग 25,000 रुपये तथा 6,000 रुपये में बेचते थे। पुलिस ने कहा कि इस सिंडिकेट से जुड़े अन्य सदस्यों को पकड़ने की कोशिशें जारी हैं।