मानव तस्करी के खिलाफ ऐक्शन में सोमवार को लखनऊ पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली। बिहार के मोतिहारी से 11 बच्चों की तस्करी कर बालश्रम के लिए दिल्ली ले जा रहे छह आरोपितों को चिनहट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
मानव तस्करी सेल और चाइल्ड लाइन की सूचना पर पुलिस ने चिनहट इलाके में बस में छापेमारी की कार्रवाई की है। आरोपितों के खिलाफ मानव तस्करी सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। वहीं, मुक्त कराए गए सभी बच्चों को राजकीय बालगृह बालक मोहान रोड में आश्रय दिलाया गया है।
मानव तस्करी सेल के प्रभारी अजय प्रकाश मिश्र ने बताया कि रविवार रात रक्सौल बिहार से सूचना मिली की मोतिहारी से बच्चों को बस से तस्करी कर दिल्ली ले जाया जा रहा है। बस देर रात लखनऊ पहुंचेगी। सूचना मिलते ही चाइल्डलाइन की निदेशक संगीता शर्मा, केन्द्र समन्वयक विवेक शर्मा, कृष्ण प्रताप शर्मा, शिवम वर्मा व मानव तस्करी सेल रक्सौल बिहार के मनोज शर्मा व चिनहट पुलिस के साथ चिनहट चौराहे के पास पहुंच गए। रविवार देर रात करीब तीन बजे बिहार से एक बस आती दिखाई दी, जिसे रुकवा लिया गया।
छापेमारी कर बस से 11 बच्चों को रेस्क्यू कराया गया। जिसमें से 7 बच्चे नेपाल और चार बच्चे बिहार के हैं। सभी बच्चे 10 से 15 वर्ष की ऊम्र के हैं। वहीं, बिहार के मोतिहारी पकरी दयाल निवासी आरोपित सलाउद्दीन अंसारी, मोतिहारी खड़वा निवासी अबू लैश, नेपाल के रोहतट निवासी महताब, मोहलिया गौर निवासी मो़ अशरफ, मटिया गौर निवासी जमील अख्तर व रोहतट दमारपुखरिया निवासी इरशाद आलम को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपी दो-दो के समूह में लेकर जा रहे थे बच्चे
रेस्क्यू टीम ने बताया कि किसी को कोई शक न हो इसिलिए आरोपित बच्चों को दो-दो के ग्रुप में लेकर बैठे थे। रेस्क्यू टीम पहुंची तो वह खुद को बच्चों का रिश्तेदार बताकर जरूरी काम से दिल्ली ले जाने की बात कहने लगे। कोई पढ़ाने के लिए, कोई इलाज तो कोई दिल्ली घुमाने के लिए बच्चों को ले जाने का बहाने बताने लगा।