चेन स्नैचरों को पकड़ने के लिए मुंबई के पुलिसकर्मियों की ट्रिक खूब चर्चा में है। पुलिसकर्मियों की एक टीम ने कई दिनों तक चोरों का इंतजार किया और आखिरकार उन्हें कामयाबी भी मिली। दरअसल पुलिसकर्मियों ने विट्ठलवाड़ी रेलवे स्टेशन के बाहर तीन दिनों तक बाइक सवार चेन-स्नैचरों का इंतजार किया। इस दौरान उन्होंने फूड डिलीवरी करने वालों की तरह कपड़े पहने हुए थे। फूड डिलीवरी वाले बनकर तीन दिनों तक डेरा डालने के बाद पुलिस ने एक चेन स्नैचर को पकड़ लिया। पकड़े गए चेन स्नैचर से जानकारी हासिल करने के बाद पुलिस टीम अंबीवली में ईरानियों की बस्ती में गई। हालांकि, वहां पुलिस को मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए लोगों से कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। फिलहाल कस्तूरबा मार्ग पुलिस ने दोनों आरोपियों फिरोज शेख और जफर जाफरी की गिरफ्तारी के साथ पांच वारदातों को सुलझा लिया है।
14 अगस्त को संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के पास एक व्यापारी सुबह की सैर के लिए निकला था कि तभी बाइक सवार दो लोगों ने पुल के नीचे उसकी चेन छीन ली। चेन छीनने के बाद चोर वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के दक्षिण की ओर जाने वाली पगडंडी पर भाग गए। पुलिस टीम ने यह पता लगाने के लिए 200 से अधिक कैमरों की फुटेज खंगाली कि वे लोग कहां गए थे। उनकी मोटरसाइकिल विट्ठलवाड़ी रेलवे स्टेशन के बाहर एक पार्किंग में मिली।
डीसीपी सोमनाथ घारगे ने कहा, “तीन दिनों तक, पुलिसकर्मियों ने फूड डिलीवरीमैन के वेश में पार्किंग क्षेत्र पर नजर रखी। पुलिस यह देखना चाह रही थी कि उस बाइक को लेने कौन आता है।” आखिरकार, फिरोज शेख वहां आया और इससे पहले कि वह बाइक लेकर भाग पाता, पुलिस ने उसे दबोच लिया। फिरोज शेख ने पुलिस को बताया कि वह पीछे से आता था और कमजोर राहगीरों से चेन छीनता था, जबकि उसका साथी (जाफरी) मोटरसाइकिल चला रहा होता था। जाफरी ईरानी बस्ती में अंबीवली में रहता है।
पुलिसकर्मियों का एक झुंड एक ऑटो में बस्ती में गया, लेकिन लगभग 300 निवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा। यह किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था। ड्राइवर ने ऑटो को खतरनाक स्पीड से दौड़ाया और पुलिस को जाफरी को हिरासत में लेकर बस्ती से बाहर निकलने में मदद की। जांचकर्ताओं ने बाद में पाया कि जाफरी के पास पिछले 15 अपराधों का रिकॉर्ड है। दोनों के पास से दो मोटरसाइकिलें बरामद की गई हैं।