राजधानी दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में एक किरायेदार ने कथित तौर पर बहस के बाद अपने मकान मालिक की हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपी ने उसके शव के साथ सेल्फी ली और अपने फोन में उसका वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया था और फिर मृतक का सामान लेकर फरार हो गया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि 25 वर्षीय आरोपी पंकज कुमार साहनी बिहार के समस्तीपुर जिले का रहने वाला है। हत्या के बाद उसने मेट्रो में यात्रा की और फिर गिरफ्तारी से बचने के लिए नई दिल्ली से हरियाणा के रोहतक के लिए ट्रेन में सवार हो गया था। आखिरकार दिल्ली पुलिस ने उसे मंगोलपुरी औद्योगिक क्षेत्र में खोज निकाला और लगभग 250 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
10 अगस्त को पुलिस को हत्या के संबंध में सुबह 6.41 बजे कॉल आई थी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि एक व्यक्ति के सिर से खून बह रहा था और वह बेहोश पड़ा था।
खुद को अनाथ बताकर सुरेश से मिला था पंकज
पुलिस अधिकारी ने कहा कि फोन करने वाले जगदीश (32) ने कहा कि वह मंगोलपुरी में अपने घर के ग्राउंड फ्लोर पर रहता है और उसके पिता सुरेश का कमरा पहली मंजिल पर है। जगदीश के मुताबिक उसके पिता चार दिन पहले पंकज कुमार साहनी के साथ घर आए थे, उसे अनाथ बताकर उसका परिचय कराया और इच्छा जताई कि दूसरी मंजिल उसे किराये पर दी जाए। पुलिस ने कहा कि उन्होंने पंकज को अपने घर पर रहने दिया।
नौ अगस्त की शाम को पंकज नशे की हालत में घर लौटा। इसको लेकर उसके और सुरेश के बीच भी कहासुनी हो गई। अधिकारी ने कहा कि बाद में जब उसने सुरेश और जगदीश से माफी मांगी तो मामला शांत हुआ।
हत्या के बाद मृतक के बेटे को किया था फोन
अधिकारी ने कहा कि पंकज साहनी ने 10 अगस्त की तड़के जगदीश को फोन किया और उसे बताया कि वह रात करीब 11 बजे उनके घर से निकल गया था क्योंकि सुरेश ने उसके खिलाफ अभद्र शब्दों और गंदी भाषा का इस्तेमाल किया था, जिसे वह सहन नहीं कर सका। इसके बाद वह जोर से हंसने लगा।
पुलिस ने कहा कि कुछ असामान्य और संदिग्ध महसूस होने पर जगदीश पहली मंजिल पर पहुंचा और देखा कि उसके पिता बेहोश पड़े हैं और उनके सिर में चोट के कारण खून बह रहा है।
दिल्ली पुलिस ने 250 किमी तक किया पीछा
पुलिस उपायुक्त (बाहरी) समीर शर्मा ने बताया कि पुलिस को जांच के दौरान आनंद पर्वत में आरोपी की लोकेशन मिली, लेकिन वह उसे लगातार बदलता रहा। आरोपी ने मेट्रो ट्रेन में भी सफर किया था। उसने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ी और रोहतक पहुंचा। हालांकि, बाद में उसके मंगोलपुरी औद्योगिक क्षेत्र में होने का पता लगा और करीब 250 किलोमीटर की लंबी दौड़ के बाद उसे वहां से पकड़ लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद पंकज ने खुलासा किया कि वह शराब का आदी है और उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई है। पुलिस ने कहा कि कुछ दिन पहले वह काम की तलाश में मंगोलपुरी आया था और सुरेश से मिला, जिसने न केवल उसे नौकरी दिलाने में मदद की बल्कि उसे अपने घर पर भी रहने दिया।
पंकज ने सुरेश के सिर पर हथौड़े से किया था वार
पुलिस ने कहा कि 9 अगस्त को वह घर जल्दी पहुंच गया था, जिससे सुरेश नाराज हो गया और अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए उसे घर छोड़ने के लिए कहा। पंकज, सुरेश से काफी नाराज था, लेकिन किरायेदार द्वारा माफी मांगने के बाद सुरेश ने उसे घर में रहने दिया। हालांकि, बाद में रात में दोनों ने शराब पी और सुरेश सो गया। डीसीपी ने कहा कि आरोपी ने इसके बाद सुरेश के सिर पर हथौड़े से वार किया।
पुलिस ने बताया कि पंकज ने खुलासा किया कि सुरेश की हत्या करने के बाद उसने शव के साथ एक सेल्फी भी ली और अपने फोन में उसका वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया था।
पुलिस ने कहा कि हत्या के बाद उसने शव की तलाशी ली और अपने मकान मालिक का मोबाइल फोन, दस्तावेज और नकदी चुरा लिया और मौके से फरार हो गया। उन्होंने बताया कि हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा, मृतक का मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद किया गया है।