मेरठ। जली कोठी में मुखबिरी के शक और छेड़छाड़ के आरोप में दो पक्षों में गुरुवार रात खूनी संघर्ष हो गया। तलवारें चली और पथराव हुआ। कांच की बोतलों से हमला किया गया। तीन महिलाओं समेत नौ लोग घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल लाए जाने पर भी दोनों पक्षों में टकराव हुआ। सूचना पर तीन थानों की फोर्स मौके पर पहुंची।
जलीकोठी निवासी शोएब और कामिल पक्ष के बीच पुराना विवाद है। आरोप है कि 14 अगस्त को शोएब पक्ष ने कामिल पर मुखबिरी और छेड़छाड़ का आरोप लगाया था और मारपीट हुई थी। विवाद थाने पहुंचा, लेकिन समझौता करा दिया गया। इसी रंजिश में दोनों पक्षों में गुरुवार रात फिर टकराव हो गया। गुरुवार रात शोएब और कामिल पक्ष आमने सामने आ गए और खूनी संघर्ष हो गया। दोनों पक्षों से सैकड़ों लोग आमने सामने आ गए। जमकर पथराव हुआ और कांच की बोतलें चली। तलवारें और धारदार हथियार भी चले। तीन महिलाओं समेत 9 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। एक युवक की गर्दन कट गई। सूचना पर तीन थानों की फोर्स मौके पर दौड़ी। मौके पर ही कुछ लोगों को तलवारों और धारदार हथियारों के साथ पकड़ लिया।
उपचार के लिए घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, यहां भी दोनों पक्षों में भिड़ंत हो गई और जिला अस्पताल में भगदड़ मच गई। जली कोठी में फोर्स तैनात कर दी गई। पुलिस ने दोनों पक्षों से पांच आरोपी दबोच लिए हैं। पटेलनगर चौकी प्रभारी हरेंद्र सिंह की ओर से बलवा समेत कई धाराओं में सैकड़ों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। जली कोठी के खूनी संघर्ष में बवाल करने वालों ने महिलाओं पर भी सरियों और तलवारों से हमला किया। एक पक्ष के लोगों ने सुहैल नामक युवक की गर्दन काटने के लिए उसकी गर्दन पर उस्तरा चला दिया। उस्तरा लगने से गर्दन पर काफी गहरा घाव हुआ। अस्पताल में भी दोनों पक्षों के लोग भिड़ गए और भगदड़ के हालात बन गए।
देहली गेट थाना क्षेत्र में जली कोठी में तलवारें, सरिया और उस्तरे चलने की सूचना पर सदर, रेलवे रोड, देहली गेट थाने की पुलिस मौके पर दौड़ी। पुलिस ने सबसे पहले भीड़ को तितर बितर किया। घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। सुहैब, रहीसु, तालिब, जुबैर, मुमताज पत्नी वसीम, फौजिया पुत्री सुहैब, दूसरी पक्ष से कामिल, आमिर, माज समेत पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
कई राउंड हुई फायरिंग, सहम गए लोग
जली कोठी में एक पक्ष ने कई राउंड फायरिंग भी की। जिसके चलते पूरे जली कोठी दहल गई। आसपास के रहने वालों ने तुरंत पुलिस को बताया। उन्होंने कहा कि आरोपियों के पास पिस्टलें थी। घटनास्थल से पुलिस ने कई खाली खोखे बरामद किए। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जली कोठी में पुलिस बल तैनात कर दिया।
पुलिस ने कराया था समझौता
घायल सुहैब के परिजनों ने बताया कि 14 अगस्त को कामिल पक्ष के लोगों ने उनके साथ छेड़खानी की। जब उन्होंने विरोध किया तो उन्होंने 112 डायल पुलिस को फोन किया। इसके बाद देहली गेट थाने से भी पुलिस मौके पर पहुंची। आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की। उनके उपर दबाव बनाकर समझौता करा दिया। जिसके बाद कामिल पक्ष ने मौका पाकर उन पर दुबारा से हमला किया।