दक्षिणी दिल्ली में अवैध निर्माण की शिकायत करने से गुस्साए पुलिसकर्मियों ने एक टेंट कारोबारी को थाने ले जाकर उसकी जमकर पिटाई कर दी। पीड़ित ने नेब सराय थाने के एसएचओ और एसआई पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस संबंध में पुलिस आयुक्त, जिला पुलिस उपायुक्त और विजिलेंस को शिकायत दी है। वरिष्ठ अधिकारी के निर्देश पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
पीड़ित प्रदीप ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उसने जून में सैनिक फार्म में हो रहे अवैध निर्माण के खिलाफ जिला पुलिस उपायुक्त और एसएचओ नेब सराय को शिकायत दी थी। प्रदीप का आरोप है कि इस शिकायत के बाद ही पुलिस ने उसके खिलाफ झूठा मामला बनाकर कार्रवाई की है।
वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई अपनी शिकायत में संगम विहार निवासी टेंट कारोबारी 35 वर्षीय प्रदीप ने कहा है कि वह आठ अगस्त को बांध रोड पर दो साथियों के साथ टहल रहे थे। इसी दौरान नेब सराय थाने में तैनात दो पुलिसकर्मी आए, जो वर्दी में नहीं थे। वे उन्हें जबरन थाने ले गए और वहां उनकी पिटाई की। साथ ही उन पर सतीश नाम के शख्स से झगड़ा करने का आरोप लगाकर आईपीसी की धारा 107/51 के तहत मामला बनाया और लॉकअप में बंद कर दिया। लॉकअप में रखने के दौरान पुलिसकर्मियों ने उन्हें पीटा और भूखा रखा। पुलिसकर्मियों ने नौ अगस्त की शाम 4 बजे उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां से जमानत पर छोड़ दिया गया।
जिसकी पिटाई का आरोप, वह अनजान
पीड़ित प्रदीप के अनुसार, घर आने के बाद उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज मामले की जानकारी जुटाई तो पता चला कि पुलिस ने उन पर सतीश से झगड़ा करने की बात लिखी है। प्रदीप ने सतीश का पता लगाकर उससे बात की तो उसने कहा कि वह इस तरह की किसी घटना से अनजान है। प्रदीप के परिजनों ने सतीश की वीडियो क्लिप बना ली और दिल्ली पुलिस आयुक्त, जिला पुलिस उपायुक्त और विजिलेंस के पुलिस उपायुक्त को एसएचओ नेब सराय समेत एसआई और दो हेडकांस्टेबलों के खिलाफ शिकायत दी है।