मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ के आसार बनें हुए हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदेश जारी किया कि रोजाना बांधो की रिपोर्ट और जांच की जाए। लेकिन ऐसे में हालात यह भी देखने को मिल रहे हैं कि कई जिलों में भारी बारिश के चलते सड़के नहीं बची और लोग नदियों को पार करके अपना सफर तय कर रहें हैं। जिसके चलते कई लोग मौत के घाट भी उतर गए। और कई अपनी जान को जोखिम में डाल कर दूसरों की जान बचाने के लिए सामने उतर आते हैं।
ऐसा ही कुछ प्रदेश में नर्मदापुरम जिले के शोभापुर में देखने को मिला। यहां नदी किनारे झाड़ियों में एक शव बुरी तरह फंसा था। ऐसे में एक महिला एसआई नदी के पानी में पैदल चलकर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर लाया गया।
प्रदेश के कई जिलों में कुछ ऐसे भी गांव हैं जहां बारिश में नदी नाले उफान पर आ गई। जिससे ग्रामीणों का संपर्क शहरों से पूरी तरह टूट जाता है। ऐसा ही एक मामला जिले में देखा गया जहां नदी में बारिश का पानी भर जाने से नदी किनारे झाड़ियों में फंसे शव को निकालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
दरअसल जिले के एक महिला एसआई ने नदी में उतरकर ग्रामीणों की झाड़ियों में फंसे शव को निकालने और उसे छोर तक पहुंचाने में मदद की। जानकारी मिली है कि मृतक छिंदवाड़ा का रहने वाला है और उसका नाम सनीराम उइके है जो जिले के किसान दिनेश पटेल के खेत मे मजदूरी करता था। पुलिस ने बुधवार की शाम को मृतक का पोस्टमार्टम सोहागपुर के सरकारी अस्पताल में कराय।
वहीं 24 घंटो में प्रदेश भर के ज्यादातर जिलों में आसमान साफ रहेगा। इंदौर और उज्जैन संभागों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। वहीं उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल, चंबल, ग्वालियर, शहडोल, रीवा, जबलपुर और सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।
लेकिन विशेषज्ञों की माने तो एमपी में 19 अगस्त से एक बार फिर से भारी बारिश हो सकती है। उनका मानना है कि फिलहाल प्रदेश में तेज बारिश के आसार नहीं हैं लेकिन 19 अगस्त की रात में बंगाल की खाड़ी से नया सिस्टम बन रहा है जो पूर्वी मध्यप्रदेश से एंट्री करेगा।