समाजवादी पार्टी से गठबंधन तोड़ने के बाद अगली रणनीति पर मंथन कर रहे सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर जल्द ही सीएम योगी से मिलेंगे। राजभर ने ट्वीट करके योगी से मुलाकात करने की बात कही है। उनके मिलने का मकसद हालांकि राजनीतिक नहीं है। लेकिन इस तरह से मिलने से पहले ही मिलने की बातें कहने को राजनीतिक नजरिये से भी देखा जा रहा है।
ओपी राजभर ने शुक्रवार को 69000 शिक्षक भर्ती में अनियमितता का आरोप लगाकर धरना दे रहे अभ्यर्थियों से मुलाकात की। उन्हीं की समस्याओं को लेकर सीएम योगी से मुलाकात की बात कही है। इस दौरान राजभर ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा।
राजभर ने कहा कि 69000 शिक्षक भर्ती में हुई अनियमितताओं की निष्पक्ष रूप से जांच कर पात्र युवाओं को अवसर दिया जाना चाहिए। भर्ती प्रक्रिया में जो भी खामियां मिली हैं उनका निष्पक्ष रूप से निष्पादन होना चाहिए। युवाओं को न्याय व उनका हक़ दिलाने के लिए जल्द माननीय मुख्यमंत्री जी मुलाकात करूंगा।
चुनाव से पहले किये गए योगी के वायदे को लेकर राजभर ने कहा कि हमारी मुलाकात के बाद जरूर इन बच्चों की बात मानी जाएगी। राजभर ने कहा कि इनमें से कुछ बच्चे अखिलेश यादव से भी मिलने चले गए थे। अखिलेश को चाहिए था कि इनकी बातों को लेकर मुख्यमंत्री से बात करते। लेकिन वह केवल ट्वीट कर दिये और काम खत्म। मायावती से कोई मिल नहीं सकता। प्रियंका या सोनिया गांधी तक जा नहीं सकते।
कहा कि इन अभ्यर्थियों की समस्याओं को सही मायने में मुख्यमंत्री तक पहुंचाई नहीं गई है। मुख्यमंत्री प्रदेश का मालिक होता है। उनके पास रोजाना सैकड़ों समस्याएं आ रही हैं। इनकी समस्या भी वहां जाएगी तो उसका हल जरूर निकलेगा। हम मुख्यमंत्री से मिलेंगे और इस समस्या का समाधान होगा।
अखिलेश यादव के जातीय जनगणना कराने की बात पर भी राजभर ने निशाना साधा। राजभर ने कहा कि पांच साल तक मुख्यमंत्री रहे। तब जातीय जनगणना नहीं कराई। आज सत्ता में हैं तो केवल गुमराह कर रहे हैं।